झारखंड राज्य के धनबाद शहर से जज रहे उत्तम आनंद का मॉर्निंग वॉक के दौरान मौत होने के मामले में एसआईटी पूर्ण रूप से जांच कर रही है। शनिवार रात से ही अलग अलग स्थानों पर 53 होटलों का तलाशी लिया गया। इसके साथ ही 243 संदिग्ध लोगों से पूछताछ किया गया। वहीं इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। वहीं 250 से ज्यादा ऑटो गिरफ्तार किया गया। ऑटो के मालिकों पर पुलिस का शक है कि इन लोगों का डॉक्युमेंट्स पेश नहीं हुआ है।
इस दौरान पथरडीह थाने के प्रभारी उमेश मांझी और उप निरीक्षक आदर्श कुमार को उनके काम में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। एसआईटी ने रविवार को धनबाद सर्किट हाउस में एडीजी संजय आनंद लातकर की अध्यक्षता में मैराथन बैठ की उन्होंने क्राइम स्पॉट का भी दौरा किया और सुराग पाने के लिए सीन रिक्रिएट करने की अभ्यास किया।

गुरुवार को झारखंड के धनबाद में मार्निंग वॉक पर निकले जज उत्तम आनंद को ऑटो ने कुचल दिया था, गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, और उनकी अस्पताल में मौत हो गई। इस घटना को जिस तरह अंजाम दिया गया है उसे साजिश बताया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि जज उत्तम आनंद सड़क किनारे धीरे-धीरे दौड़ लगा रहे हैं और पीछे से तेज रफ्तार एक ऑटो सड़क पर सीधा चल रहा है और जज के नजदीक आकर वह अपना दिशा बदल कर जज को रौंदते गंभीर रूप से घायल कर आगे निकल जाता है।
इस घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल होने पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट में डीजीपी ने कहा कि,जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। इस पर हाईकोर्ट ने कहा, अगर जांच सही नहीं हुई तो केस सीबीआई के पास ट्रांसफर कर दिया जाएगा।