Sheila Dikshit Birth Anniversary: शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च, 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। उन्हें अक्सर आधुनिक दिल्ली की वास्तुकार कहा जाता है। 1998 से 2013 तक लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता संभाला, लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेत्री को 2013 में आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव में हरा दिया।
बता दें कि दीक्षित को 2014 में केरल के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस का चेहरा माना जाता था, लेकिन पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया और अखिलेश यादव को उनके बजाय मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया गया था।
वह 2019 में दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर लौटीं। उस वक्त उन्हें दिल्ली कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, लेकिन जुलाई में उनका निधन हो गया।
Sheila Dikshit Birth Anniversary: शीला दीक्षित द्वारा की गई सबसे प्रमुख काम इस प्रकार है:

Sheila Dikshit Birth Anniversary: दिल्ली मेट्रो
दिल्ली में विश्वस्तरीय मेट्रो सेवा का श्रेय ‘मेट्रो मैन’ ई. श्रीधरन और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के साथ-साथ तो शीला दीक्षित को दिया जाता है। उन्हीं की देन थी कि दिल्ली में मेट्रो का तेजी से विस्तार हुआ। दीक्षित ने सभी अधिकारियों को हर संभव तरीके से पिच करने का निर्देश दिया था। बता दें कि दिल्ली मेट्रो का निर्माण 1998 में शुरू हुआ और दिसंबर 2002 में पहली बार दिल्ली में मेट्रो का परिचालन संभव हुआ।

बताया जाता है कि डीएमआरसी की मांग के अनुसार उपयोगिता लाइनों को स्थानांतरित करना हो। तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी ने बारापुल्ला फ्लाईओवर के निर्माण का विरोध किया था। तत्कालीन संस्कृति मंत्री अंबिका सोनी ने भी इस परियोजना पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि हुमायूं के मकबरे का दृश्य प्रभावित होगा। लेकिन, दीक्षित ने उन्हें मना लिया और एक रास्ता खोज लिया।
Sheila Dikshit Birth Anniversary: फ्लाइओवर
दिल्ली की पुर्व मुख्यमंत्री शिला दीक्षित ने अपने कार्यकाल के दौरान राजधानी में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया। दिल्ली में जगह-जगह फ्लाइओवरों का जाल फैलाया। उनके कार्यकाल में दिल्ली में करीब 70 फ्लाइओवरों का निर्माण हुआ था। बता दें कि शीला दीक्षितउन्हीं के कार्यकाल में रिंग रोड को सिग्नल फ्री करने के लिए फ्लाइओवर बनाए गए। ‘काम बोलता है’ का दिल्ली में शीला दीक्षित के कार्यकाल से बेहतर कोई मिसाल नहीं मिल सकती।

सड़क अवसंरचना
दीक्षित की कैबिनेट में पीडब्ल्यूडी मंत्री एके वालिया ने बताया था कि उनके कार्यकाल में करीब 65 फ्लाईओवर बनाए गए। दीक्षित के कार्यकाल में एम्स, धौला कुआं, आउटर रिंग रोड और बारापुल्ला में फ्लाईओवर की कल्पना की गई थी।
राष्ट्रमंडल खेल 2010
राष्ट्रमंडल खेल 2010 के दौरान दीक्षित ने दिल्ली को नया रूप देने का बीड़ा उठाया, जिसमें आईजीआई हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण भी शामिल था। पूर्व मुख्य सचिव पीके त्रिपाठी के अनुसार, स्ट्रीटस्केपिंग का विचार दीक्षित ने 2010 के खेलों के दौरान पेश किया था। राष्ट्रमंडल खेलों के तत्कालीन प्रधान सचिव त्रिपाठी ने बताया कि दीक्षित तब भी डटी रहीं, जब उन्हें हर तरफ से आलोचना का सामना करना पड़ रहा था।

बता दें कि खेल से कुछ ही दिन पहले, तत्कालीन नए जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के सामने एक निर्माणाधीन फुट ओवरब्रिज ढह गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री दीक्षित को खबर देने के लिए मौके से फोन किया था। उन्होंने कहा था मैंने स्थिति को उबारने के लिए सेना को बुलाया था। हालांकि, बाद में, 2010 CWG वित्तीय अनियमितताओं में फंस गया।

सार्वजनिक परिवाहन
दिल्ली में दैनिक सार्वजनिक परिवहन को देखते हुए शीला दीक्षित सरकार ने बसें खरीदी,इसमें लगभग 5,500 बसें शामिल है। बता दें कि दिल्ली में जब भी सार्वजनिक परिवहन की बात आती है तो उनके कार्यकाल के बाद दिल्ली सरकार ने एक भी बस नहीं जोड़ी है।
वास्तव में, उन्होंने ही क्लस्टर बस योजना की शुरुआत की थी। हालांकि ऑटो-रिक्शा और बसों को सीएनजी में स्थानांतरित करना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार था, दीक्षित कड़े प्रतिरोध के बावजूद अपने फैसले पर कायम रहीं। “वह शहर की वायु गुणवत्ता के बारे में चिंतित थी।
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