मानवता एक बार फिर कलंकित हो गई। हवस का आग में डूबे कांस्टेबल ने मानवीय संवेदनाओं को ताक पर रखकर एक बच्ची का यौन शोषण करने की कोशिश की, हालांकि यह ईश्वर की कृपा थी कि वो अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाया। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक 48 वर्षीय पुलिस के सिपाही को चौकी में 6 वर्षीय बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार की कोशिश करने के आरोप में शनिवार (17 फरवरी) को गिरफ्तार किया गया। खबरों के मुताबिक, वारदात के वक्त आरोपित सिपाही नशे में था और जब वह बच्ची के साथ दुर्व्यवहार कर रहा था तभी बच्ची के पिता ने हंगामा किया जिससे सिपाही भाग खड़ा हुआ।
समाज में कुछ भी गलत होता है तो जनता इंसाफ के लिए पुलिस के पास जाती है लेकिन अगर पुलिस ही नाइंसाफी करते हुए गुनाहों को अंजाम देने लगे तो फिर जनता कहां जाएगी। मामला ग्रेटर नोएडा के थाना इकोटेक-3 क्षेत्र के गांव कुलेसरा का है, यहां पर स्थिति पुलिस चौकी पर तैनात कांस्टेबल नरेंद्र सिंह ने पांच साल की मासूम को अंदर ले जाकर अपनी हवस का शिकार बनाना चाहा, लेकिन किसी तरह उसकी ये कोशिश नाकाम हो गई। इस घटना की जानकारी लगते ही सैकड़ों ग्रामीणों ने चौकी को घेर लिया और सिपाही की गिरफ्तारी की मांग की। बच्ची का परिवार पास में ही रहता है। ग्रेटर नोएडा ग्रामीण की पुलिस अधीक्षक सुनीति ने बताया कि आरोपी को तत्काल प्रभाव से सेवा से निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ गैर जमानती आरोपों और पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बच्ची के पिता का कहना है कि उन्होंने सुबह सामान लेने के लिए अपनी बेटी को कुलेसरा पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर स्थित एक दुकान पर भेजा था। आरोप है कि इस दौरान चौकी पर तैनात सिपाही नरेंद्र सिंह ने बच्ची को पकड़ लिया। वह बच्ची को पकड़कर चौकी के अंदर एक कमरे में ले गया और दुष्कर्म की कोशिश करने लगा। बच्ची रोती हुई वहां से किसी तरह भाग निकली। एसओ का कहना है कि आरोपी सिपाही की शुक्रवार रात में ड्यूटी थी। सुबह 6 बजे उसकी ड्यूटी खत्म हुई थी। ड्यूटी के दौरान ही उसने शराब पी। वारदात के बाद वह काफी नशे में लग रहा था। मेडिकल में भी शराब पीने की पुष्टि हुई है।