Shafiqur Rahman Barq: केंद्र सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने का फैसला किया है। फिलहाल लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 साल है, जिसे इस प्रस्ताव के तहत बढ़ाकर 21 साल कर दिया जाएगा। सरकार के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के सांसद Shafiqur Rahman Barq ने कहा कि शादी की उम्र बढ़ाने से लड़कियां ज्यादा आवारगी करेंगी।

Shafiqur Rahman Barq ने क्या कहा?
आज सम्भल से सांसद Shafiqur Rahman Barq ने कहा कि भारत एक गरीब देश है, यहां हर कोई चाहता है कि उनकी बेटी की शादी जल्द से जल्द हो जाए। उन्होंने कहा कि लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने के विधेयक का वह संसद में समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह का माहौल है ऐसे में बेटियों की शादी जल्दी हो जानी चाहिए। सांसद ने कहा कि जहां तक लड़कियों की पढ़ाई का सवाल है लड़कियों की तालीम तो ससुराल में भी पूरी की जा सकती है।
बता दें कि जया जेटली की अध्यक्षता में बनी एक टास्क फोर्स ने सरकार को अपनी रिपोर्ट दी है। ये सिफारिशें दिसंबर 2020 में की गई थीं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से जून 2020 में ये टास्क फोर्स बनाई गई थी, जिसमें नीति आयोग के सदस्यों को भी शामिल किया गया था।
टास्क फोर्स ने क्या कहा?

इसी टास्क फोर्स की सिफारिश है कि लड़की की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल कर देनी चाहिए क्योंकि छोटी उम्र में लड़कियों को प्रेगनेंसी में समस्याएं होती हैं, मातृ मृत्यु दर बढ़ने की आशंका रहती है, पोषण के स्तर में भी सुधार की जरूरत होती है, टीनएज में लड़की अपने फैसले भी नहीं ले पाती, छोटी उम्र में शादी का असर लड़कियों की पढ़ाई पर भी पड़ता है।
हेमंत बिस्वा सरमा ने दी थी फैसले की जानकारी

बता दें कि हेमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि केंद्र ने लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने का फैसला किया है। लेकिन बाद में मुख्यमंत्री ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया था।
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