उत्तर प्रदेश के उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। ऐसे में एक बार फिर उन्होंने अपने बयानों से खुद को सुर्खियों में लाकर खड़ा कर दिया है। साक्षी महाराज ने इस बार अपने नए बयान में लोकसभा को सुप्रीम कोर्ट से ज्यादा बड़ा बताया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बड़ा नहीं है बल्कि लोकसभा बड़ी है। यह बताने के लिए मोदी सरकार ने एससी एसटी एक्ट को बहाल किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कानून का अतिक्रमण करने का जो कार्य किया है वो मोदी सरकार ने सही किया है।
उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट पर मोदी सरकार ने कोई नया कानून नहीं बनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने जिस कानून को निरस्त कर दिया था उसी को बहाल किया गया है। वो इसलिए क्योंकि विपक्ष यह कह कर दुष्प्रचार कर रहा था कि सुप्रीम कोर्ट से मिलकर मोदी सरकार ने एससी-एसटी एक्ट को निरस्त किया है। उन्होंने कहा कि मोदी ने कोई नया कानून नहीं बनाया है। उसी काननू को बहाल किया है। जिस पर दुनियाभर में चर्चा चल रही है।
साक्षी महाराज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बड़ा नहीं है लोकसभा बड़ी है। संविधान के अधिकारों में सुप्रीम कोर्ट हस्तक्षेप नहीं कर सकता है। जो संविधान की धारा है। सुप्रीम कोर्ट का काम है उन धाराओं को लागू करना और उसके आधार पर निर्णय करना। सुप्रीम कोर्ट अपनी इच्छा से किसी भी धारा को बदल नहीं सकता। बाबा साहब की इस धारा को सुप्रीम कोर्ट ने बदलने का काम किया था।
वरिष्ठ अधिवक्ता अजेंद्र अवस्थी ने कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा लगाया गया कानून सुप्रीम कोर्ट में टिक नहीं पाएगा और इसे पुनर्विचार के लिए वापस संवैधानिक पीठ को भेजा जा सकता है। इसके पहले भी सर्वोच्च न्यायालय ने एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत होने वाली तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी।