बीजेपी के कुछ नेता ऐसा हैं जिनके विवादास्पद बयानों की वजह से बीजेपी सरकार विपक्षियों के निशाने पर आ जाती है। चाहे वह राम-मंदिर मुद्दे को लेकर बयान दें या तीन तलाक पर। हाल ही में वीएचपी नेता साध्वी प्राची ने विवादित बयान दिया है जिससे सियासत गर्म होने के आसार हैं। जहां एक तरफ योगी जी तीन तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं को भरोसा दिला रहे हैं कि रमजान तक तीन तलाक का समाधान हो जाएगा, वहीं दूसरी तरफ सांप्रदायिकता का जहर उगलते हुए साध्वी प्राची ने तीन तलाक पर एक अलग ही बयान दे दिया।
साध्वी प्राची हमेशा ही अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहती है और इस बार तीन तलाक मुद्दे पर साध्वी प्राची मुरादाबाद में एक सभा में ने मुस्लिम महिलाओं को सलाह दी है और कहा है कि जो बहनें तलाक से परेशान हैं उन बहनों को एक सलाह देती हूं कि वो ऐसे धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपना लें, मेरे हिंदू समाज के बेटे तैयार हैं, उन्हें कहें आईलवयू तो मेरे बेटे शादी करने को तैयार हो जाएंगे।
साध्वी प्राची का बयान बस यही समाप्त नहीं हुआ आगे उन्होंने कहा कि यूपी के अंदर अब योगी जी की सरकार आ गई है। अब चिंता की बात नहीं है। मुस्लिम समाज के मौलानाओं से कहना चाहती हूं कि यूपी में शांति और सौहार्द चाहते हो तो ये फतवे जारी करो कि अयोध्या में अगर कुछ बनेगा तो राम मंदिर बनेगा और कुछ नहीं बनेगा।
बता दें कि इसी हफ्ते साध्वी प्राची का एक और बयान सुर्खियों में रहा था। जब उन्होंने कहा था कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से उत्तर प्रदेश ‘दूसरा पाकिस्तान’ बनने से बच गया है।