वृंदावन के केशवधाम में आज से 3 सितम्बर तक आरएसएस की समन्वय बैठक शुरु होने जा रही है। आरएसएस की इस बड़ी बैठक में पहले ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत केशवधाम पहुंच चुके है जबकि देर रात बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, आरएसएस संगठन मंत्री राम लाल और प्रदेश ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा वृंदावन पहुंचे हैं।
बता दें कि संघ परिवार वर्ष 2019 को केंद्र में रखकर संगठन, सुरक्षा और आर्थिक पहलुओं पर यहां मंथन करेगा। बैठक में भाजपा का लोकसभा चुनाव के लिए मास्टर प्लान पर खास चर्चा होगी। संघ से जुड़े सभी संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष या संयोजक और संगठन मंत्री को इसमें बुलाया गया है। यानी मोहन भागवत के अलावा प्रवीण तोगड़िया भी होंगे, अमित शाह भी होंगे और राम लाल भी होंगे।
गौरतलब है कि समन्वय बैठक से पूर्व संघ प्रमुख ने आनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों से रणनीति पर चर्चा की है । समय-समय पर विभिन्न मुद्दों को लेकर आनुषांगिक संगठन पार्टी लाइन से हटकर बोलते दिखते हैं, जिससे अक्सर भाजपानीत सरकारों के लिए मुश्किलें खड़ी होती रही हैं।
यह बैठक गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव से ऐन वक्त पहले हो रही ये इसलिए भी काफी अहम मानी जा रही है। इस बैठक में कुछ अहम मुद्दों में राष्ट्रीय सुरक्षा, डोकलाम विवाद से लेकर जीएसटी के प्रभावों, नोटबंदी के साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों के जैसे मुद्दे शामिल हैं। इसके अलावा बैठक में पश्चिम बंगाल और केरल को लेकर संगठन की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा।
इस बैठक में विश्व हिन्दू परिषद भी हिस्सा ले रही है, ऐसे में वे राम मंदिर के विषय पर अपनी बात रख सकते हैं। इस बैठक में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को सजा सुनाये जाने के बाद हरियाणा में हुई हिंसा से जुड़े घटनाक्रमों पर भी चर्चा हो सकती है। बैठक में सेवा भारती, बनवासी सेवा आश्रम, विहिप, एबीवीपी, किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ जैसे संगठन हिस्सा ले रहे हैं।