RSS की स्थापना को आज 96 साल हो गये। दशहरे के दिन 27 सितंबर 1925 को नागपुर के मोहितेवाड़ा नामक जगह पर डाक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। उसके बाद हर साल दशहरे के दिन संघ अपना स्थापना दिवस मनाता है.
इस दशहरे पर भी नागपुर के संघ मुख्यालय पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार और माधव सदाशिव गोलवलकर की समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की और बाद में शस्त्रपूजन के साथ संघ के स्थापना दिवस की विधिवत शुरूआत की।
जनसंख्या नीति पर गंभीरता से विचार करना चाहिए
इस मौके पर बोलते हुए संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि देश की जनसंख्या तेजी से बढ़ती ही जा रही है तो अब आवश्यक है कि हमें जनसंख्या नीति पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। हमें ऐसी जनसंख्या नीति बनानी चाहिए जो 50 साल आगे को ध्यान में रखकर बने और उसे सब पर समान रूप से लागू करना चाहिए।
इसके साथ ही संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों से कहा कि वह सामाजिक समरसता मंच से देशवासियों के बीच एक भेद-रहित समाज बनाने का प्रयास करते रहें। समाज में लोगों के मध्य भेदभाव को खत्म करने के लिए लोगों को दूसरे परिवारों के साथ उठना-बैठना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमार देश में आज भी हिंदुओं को बांटने का प्रयास चल रहा है और बांटने वालों ने उसके लिए गठबंधन भी बना लिया है।
हिंदू सभ्यता को निशाना बनाते हुए लगातार हमले हो रहे हैं
आज के वक्त में भी हिंदुओं को अलग-अलग भेदों के आधार पर बांटने का प्रयास बहुत तेजी से चल रहा है। यही कारण है कि भारत से जुड़ी सभ्यता औऱ संस्कृति की निंदा की जा रही है। इतने प्राचीन समय से दुनिया देख रही है कि कैसे भारत पतन से और टूटने से बचाता है। लेकिन इतना होने के बावजूद भी भारत में पर ही हमले की कोशिशें चल रही हैं।
सरसंघ चालक ने कहा कि हमें स्वतंत्रता के लिए कितना लंबा संघर्ष करना पड़ा है। देश के सभी वर्गों ने आजादी की लड़ाई में अमूल्य योगदान दिया। लेकिन उसके बाद हमारे विविधता की खाई को चौड़ी किया जा रहा है। महात्मा गांधी ने इस देश में मुट्ठीभर नमक उठाकर सत्याग्रह की शुरुआत की थी। उस वक्त अंग्रेजों ने हमारे कमजोर समाज का खूब लाभ उठाया था।
धारा 370 हटने से जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा हो रहा है
संघ प्रमुख ने कहा, हमारे लिए एकता और अखंडता की पहली शर्त ही मजबूत समाज का होना है। मैं अभी हाल में ही जम्मू-कश्मीर गया था। वहां धारा 370 हटने से लोगों को बहुत फायदा हो रहा है। हम सभी भारत के लोग हैं औऱ जम्मू-कश्मीर भारत के अंदर है वहां के लोगों को इस बात का एहसास कराना चाहिए। हमें अपने प्रयासों से कश्मीर की जनता के मन में भारतीयता की भावना विकसित करनी होगी।
नागपुर में संघ के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पथ संचलन भी हुआ। संघ मुख्यालय में कार्यक्रम का आयोजन कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए हुआ। जिसमें इस बार केवल 200 स्वंयसेवकों ने भाग लिया।
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