‘भविष्य का भारत’ नाम से आरएसएस के कार्यक्रम का आज दूसरा दिन है। इस कार्यक्रम में अलग अलग क्षेत्रों की जानी मानी हस्तियां शामिल हो रही हैं। मोहन भागवत ने कार्यक्रम के पहले दिन अपने संबोधन के शुरू में ही साफ कर दिया कि वे यहां लोगों को संघ की विचारधारा से सहमत कराने के लिए नहीं आए हैं। सहमत होना या नहीं होना आपका काम है। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कार्यक्रम के बाद वे संघ के बारे में किसी भी चर्चा में उसका आधिकारिक दृष्टिकोण भी सामने रखेंगे। इस मौके पर RSS के प्रमुख मोहन भागवत ने दिल्ली में संघ के कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस की तारीफ कर सबको हैरान कर दिया।

कांग्रेस की तारीफ करते हुए भागवत ने कहा कि कांग्रेस आजादी की लड़ाई में लोगों को जागरुक करने के लिए बनी थी लेकिन आज हालात कुछ और हैं। भागवत ने कहा कि कांग्रेस के रूप में देश की स्वतंत्रता के लिये सारे देश में एक आंदोलन खड़ा हुआ, जिसमें अनेक सर्वस्वत्यागी महापुरूषों की प्रेरणा आज भी लोगों के जीवन को प्रेरित करती है।

प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि वो तिरंगे का सम्मान करते हैं लेकिन उनका गुरु भगवा ध्वज है। भागवत ने कहा कि आरएसएस का इरादा देश में दबदबे का नहीं है।

भागवत ने कहा, ”संघ हमेशा तिरंगे का सम्मान करता है, स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी हर निशानियों से प्रत्येक स्वयंसेवक दिल से जुड़ा है लेकिन भगवा ध्वज को हम अपना गुरु मानते हैं। हर साल इसी ध्वज के सामने हम लोग गुरु दक्षिणा कार्यक्रम आयोजित करते हैं।” उन्होंने ये भी कहा कि हम इस देश में संघ के दबदबे की मंशा नहीं रखते।

बता दें कि RSS के सम्मेलन में बॉलीवुड का जमावड़ा है, नवाजुद्दीन सिद्दिकी, रवि किशन, मधुर भंडारकर, मनीषा कोइराला और अन्नू कपूर जैसी हस्तिया भी दिल्ली पहुंची हैं। संघ के एक पदाधिकारी ने बताया था कि विभिन्न मुद्दों पर संघ के दृष्टिकोण को बताने और उसके कामकाज और विचारधारा के बारे में गलत धारणाओं को मिटाने के लिए यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। इसलिए यह महसूस किया गया कि इसमें सभी वर्गों के लोगों को आमंत्रित करना चाहिए। बता दें कि इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी बुलाए जाने की चर्चा थी जिसे बाद में कांग्रेस ने खारिज कर दिया।