Republic Day: देश इस वर्ष अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है।यानी इसी दिन हमारा देश गणतंत्र कहलाया। संप्रभु कहलाया यानी ऐसा राष्ट्र जो अपने आंतरिक और बाहरी मामलों में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हो।26 जनवरी 1950 को ही हमारा संविधान भी लागू हुआ था।ऐसे में इस दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है।
26 जनवरी 1950 को भारत के पहले गणतंत्र दिवस का आयोजन दिल्ली में हुआ।यहां स्थित पुराने किले के सामने ब्रिटिश स्टेडियम में गणतंत्र दिवस की परेड पहली बार देखने को मिली। वर्तमान में यहां चिड़ियाघर बना है और स्टेडियम की जगह नेशनल स्टेडियम स्थित है।
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Republic Day: 26 जनवरी से जुड़ी अनसुनी बातें
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Republic Day: आइये जानते हैं कि देश में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के बाद से आयोजित समारोहों में क्या कुछ अनूठा और अभूतपूर्व हुआ था।26 जनवरी से जुड़ी अनसुनी बातें।
- देश में पहला गणतंत्र दिवस समारोह इरविन एम्फीथिएटर में आयोजित किया गया था।हालांकि आजादी के 2 वर्ष बाद 1951 में इसका नाम बदलकर नेशनल स्टेडियम कर दिया गया
- गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत के पहले विदेशी मेहमान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो थे।मालूम हो कि इंडोनेशिया भी भारत से कुछ दिन पहले ही आजाद हुआ था
- 26 जनवरी 1950 को ही पहली बार राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद बग्घी में बैठकर गणतंत्र दिवस समारोह स्थल पर पहुंचे थे
- 26 जनवरी 1952 को बिना विदेशी मेहमान के रिपब्लिक डे मनाया गया। इसी साल पहली बार देश में परेड में ट्रैक्टर रैली निकाली गई
- 26 जनवरी 1955 को राजपथ पर पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड निकाली गई
- 26 जनवरी 1956 को राजपथ में आयोजित परेड में हाथी और घोड़ों को भी शामिल किया गया
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- 26 जनवरी 1963 को पहली बार आरएसएस की टुकड़ी भी परेड का हिस्सा बनी।इसी दिन आरएसएस के 3 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने राजपथ पर परेड की
- 26 जनवरी 1973 को पहली बार लोगों के बीच जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल का प्रदर्शन किया गया।यह वह समय था जब भारत की मदद से बांग्लादेश बना था।मालूम हो कि वर्ष 1973 से भारत ने राजपथ पर अपना शक्ति प्रदर्शन करना शुरू किया था
- 26 जनवरी 2008 को देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने परेड की सलामी ली थी
- 26 जनवरी 2016 को पहली बार विदेशी सैनिकों की टुकड़ी ने राजपथ परेड में हिस्सा लिया था।परेड में फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांकोइस होलांदे भारत के मुख्य अतिथि थे। इस दौरान वह अपने साथ गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिए एक सैन्य टुकड़ी भी लेकर आए थे
- 26 जनवरी 2021 को देश में पहली बार राजपथ पर केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की झांकी दिखाई गई।धारा 370 खत्म करने के बाद लद्दाख जम्मू कश्मीर से अलग होकर एक स्वतंत्र केंद्र शासित प्रदेश का बना।
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