केंद्र सरकार के साथ चल रहे विवाद के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसके पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। आपको बता दें कि केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता सहित कुछ मुद्दों को लेकर सरकार के साथ मतभेद की खबरों के बाद यह अटकलें लगाई जा रहीं थीं कि वह पद छोड़ सकते हैं। माना जा रहा है कि गवर्नर के इस्तीफे के बाद अब डेप्युटी गवर्नर भी पद छोड़ सकते हैं।

उर्जित पटेल ने इस्तीफे में कहा है, ‘व्यक्तिगत कारणों की वजह से मैंने मौजूदा पद तत्काल प्रभाव से छोड़ने का फैसला किया है। वर्षों तक रिजर्व बैंक में विभिन्न जिम्मेदारियों के साथ मुझे रिजर्व बैंक में सेवा का मौका मिला, यह मेरे लिए सम्मान की बात है।’

ISTIFAउन्होंने आगे लिखा, ‘आरबीआई स्टाफ, ऑफिसर्स और मैनेजमेंट के समर्थन और कड़ी मेहनत से बैंक ने हाल के वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। मैं इस मौके पर अपने साथियों और आरबीआई के डायरेक्टर्स के प्रति कृतज्ञता जाहिर करता हूं और उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं।’ रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर केंद्र सरकार के कथित हस्तक्षेप को लेकर पिछले कई दिनों से बहस चल रही थी।

गौरतलब है कि उर्जित पटेल का कार्यकाल सितंबर 2019 में खत्म होने वाला था। पटेल सितंबर 2016 में रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर नियुक्त किए गए थे। वह तीन साल के लिए नियुक्त किए गए थे। इससे पहले वह रिजर्व बैंक में ही डेप्युटी गवर्नर थे।

बता दें कि उर्जित पटेल ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है जब एक दिन बाद ही संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। सोमवार को ही विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए बैठक भी की है। राफेल, बेरोजगारी, किसान समेत कई मसलों को लेकर पहले से ही केंद्र पर हमलावर विपक्ष अब आरबीआई के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर सकता है।

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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से इस्तीफा देने पर उर्जित पटेल के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि गवर्नर और डिप्टी गवर्नर के तौर पर पटेल की ओर से की गई देश की सेवा के लिए सरकार उनकी सराहना करती है।  जेटली ने अपने ट्विट में कहा कि पटेल के साथ काम करना उनके लिए उत्साहवर्द्धक रहा है।

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