नागालैंड (Nagaland) में सेना द्वारा मारे गए 15 नागरिकों का मुद्दा तूल पकड़ते जा रहा है। नागालैंड में चारों तरफ तनाव है। वहां पर सुरक्षाबलों और ग्रामीणों के बीच काफी बवाल हुआ है जिसमें कुछ ग्रामीणों के मरने की खबर है। बता दें कि यहां पर सेना की गलती के कारण दर्जन भर नागरिकों की जान चली गई। नागालैंड में सुरक्षा बलों के एक आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में ‘गलत पहचान’ के चलते कई स्थानीय लोग मार गए। पुलिस ने बताया कि मरने वालों की संख्या में दर्जन भर लोग शामिल हैं। घटना म्यांमार की सीमा से लगे नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव में हुई है।
Rahul Gandhi का ट्वीट
घटना पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत सरकार से जवाब मांगा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, यह दिल को झकझोर देने वाला है। भारत सरकार क्या कर रही है? गृह मंत्रालय असल में क्या कर रहा है? हमारे देश में आम नागरिक सुरक्षित नहीं है।
CM ने की शांति की अपील
सूत्रें से मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों को गुप्ता सूचना मिली थी कि तिरु-ओटिंग सड़क से उग्रवादी गुजरने वाले हैं। सुरक्षा बलों ने तिरु-ओटिंग सड़क पर घात लगाकर हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन गलती से ग्रामीणों को उग्रवादी समझ लिया। उनपर गोलियों की बौझार कर दी।
बता दें कि नागालैंड के मुख्यमंत्री फियू रियो (Neiphiu Rio) ने शांति की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा मोन के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में नागरिकों की हत्या अत्यंत निंदनीय है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना. उच्च स्तरीय एसआईटी जांच करेगी और देश के कानून के मुताबिक न्याय मिलेगा। सभी वर्गों से शांति की अपील।’
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने घटना की एसआईटी से जांच कराने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि नगालैंड के ओटिंग में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से व्यथित हूं। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके।
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