लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की छोटी बहन प्रियंका गांधी ने राजनीति में कदम रखकर बीजेपी खेमे में खलबली मचा दी है। वहीं

इसको लेकर कांग्रेस वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के ट्वीट किया, जिसके लेकर सवाल उठने लगे हैं कि क्या प्रियंका गांधी वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगी।

दरअसल, कपिल सिब्बल ने गुरुवार को ट्वीट किया कि ‘मोदीजी और अमित शाह ने कांग्रेस मुक्त भारत का आह्वान किया था। प्रियंका गांधी के अब पूर्वांचल की सियासत में आने से हम देखेंगे, मुक्त वाराणसी? मुक्त गोरखपुर?.’  ये दोनों सीटें पूर्वांचल में आती हैं, जहां की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को सौंपी गई है।

जिसके बाद राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस को इस इलाके में पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रियंका को वाराणसी सीट से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है?

प्रियंका गांधी के लोकसभा चुनाव लड़ने पर बुधवार को राहुल गांधी ने कहा था कि ये फैसला पूरी तरह से प्रियंका पर ही निर्भर करेगा। हम बैकफुट पर नहीं बल्कि फ्रंटफुट पर खेलेंगे। बता दें कि प्रियंका को कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई।

बता दें कि प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में कदम रखने से पहले तक वो अमेठी और रायबरेली में ही चुनाव प्रचार तक ही अपने को सीमित रखती थीं। अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद है। अब सियासत में कदम रखने के बाद उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। ये इलाका बीजेपी का मजबूत दुर्ग माना जाता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने बनारस संसदीय सीट से उतरकर पूर्वांचल में सभी दलों का सफाया कर दिया था।