राजस्थान के नागौर जिले के सुरपालिया थाना इलाके के बाघरासर गांव में रविवार को हृदयविदारक घटना सामने आई है। एक पुलिसकर्मी ने डिपार्टमेंट के एक कर्मचारी की प्रताड़नाओं से परेशान हो, परिवार सहित आत्महत्या कर ली। तड़के सुबह चार बजे समूहिक आत्महत्या के 5 पन्नों का सुसाइड नोट फेसबुक पर पोस्ट कर गया, जिसमें आत्महत्या करने कारण पूरा लिख कर बयां किया गया है। इस चिठ्ठी पर परिवार के सभी सदस्यों के दस्तखत भी हैं।
पुलिसकर्मी का नाम गैनाराम (38) उसकी पत्नी का नाम संतोष (33) पुत्री सुमित्रा (22) पुत्र गणपत (20) था। पांच पन्नों का सुसाइड नोट मौके से भी बरामद हुआ है जिसमें नागौर एसपी ऑफिस में तैनात एएसआई राधाकिशन माली पर प्रताड़णा और अत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। गेनाराम ने लिखा कि 2012 में वह पुलिस लाइन स्थित आवास में रहता था। उस समय एएसआई राधाकिशन माली उसका पड़ोसी था और दोनों परिवारों में अच्छे संबंध थे।
किन्तु मार्च 2012 में जब राधाकिशन परिवार सहित बाहर गया हुआ था और वापस लौटा, तो उसके घर में चोरी हो गई थी। उसने चोरी का आरोप गैनाराम के परिवार वालों पर लगाया था। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद कई बार एफआईआर लगाई और दोबारा जांच भी की। इस दौरान गैनाराम का जगह-जगह तबादला हुआ जिससे गैनाराम को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन कुछ दिनों पहले जब जांच अधिकारी ने गैनाराम के पुत्र के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया, तब पूरा परिवार डिप्रेशन में आ गया जिसके बाद गैनाराम ने सामूहिक आत्महत्या का निर्णय लिया। सुसाइड नोट परिजनों ने शव उठाने से इंकार करते हुए राधाकिशन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। लोग एसपी ऑफिस में कार्यरत उन कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पूरी होने पर ही शव उठाने की बात कर रहे हैं।