Prime Minister Narendra Modi ने शुक्रवार को वेबिनार ‘डिफेंस-कॉल टू एक्शन’ को संबोधित किया जिसका विषय बजट 2022 रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को कैसे बढ़ावा देगा था। वेबिनार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुलामी के कालखंड में भी और आजादी के तुरंत बाद भी हमारी डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग की ताकत बहुत ज्यादा थी। दूसरे विश्व युद्ध में भारत में बने हथियारों ने बड़ी भूमिका निभाई थी।
पीएम मोदी ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत अपने रक्षा क्षेत्र में जिस आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है उसकी प्रतिबद्धता आपको इस साल के बजट में दिखेगी। ये भी बहुत सुखद है कि बीते 5-6 सालों में डिफेंस एक्सपोर्ट में हमने 6 गुणा वृद्धि की है। आज हम 75 से भी ज्यादा देशों को मेड इन इंडिया डिफेंस इक्विपमेंट्स और services दे रहे हैं।
Defence Manufacturing के लिए 350 लाइसेंस किए गए Issue: PM Narendra Modi
सरकार की उपलब्धियां बताते हुए उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया को सरकार के प्रोत्साहन का परिणाम है कि पिछले 7 सालों में Defence Manufacturing के लिए 350 से भी अधिक, नए industrial लाइसेंस issue किए जा चुके हैं। जबकि 2001 से 2014 के चौदह वर्षों में सिर्फ 200 लाइसेंस जारी हुए थे।
उन्होंने कहा कि Trial, Testing और Certification की व्यवस्था का Transparent, Time-bound, pragmatic और निष्पक्ष होना एक vibrant defence industry के विकास के लिए ज़रूरी है। इसके लिए एक Independent System, समस्याओं को दूर करने में उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
IT है हमारा बहुत बड़ा सामर्थ्य : PM Narendra Modi
वेबिनार में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब हम बाहर से अस्त्र-शस्त्र लाते हैं, तो उसकी प्रक्रिया इतनी लंबी होती है कि जब वो हमारे सुरक्षाबलों तक पहुंचते हैं, तब तक उसमें से कई पुराने हो चुके होते हैं। इसका समाधान भी ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ और ‘मेक इन इंडिया’ में ही है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत की जो IT की ताकत है, वो हमारा बहुत बड़ा सामर्थ्य है। इस ताकत को हम अपने रक्षा क्षेत्र में जितना ज्यादा इस्तेमाल करेंगे, उतनी ही सुरक्षा में हम आश्वस्त होंगे। जैसे सायबर सेक्योरिटी अब सिर्फ डिजिटल वर्ल्ड तक सीमित नहीं रह गई है। ये राष्ट्र की सुरक्षा का विषय बन चुकी है।
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