Delhi-Dehradun Economic Corridor: दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा दिल्ली से देहरादून की यात्रा के समय को 6 घंटे से घटाकर लगभग 2.5 घंटे कर देगा। इसमें हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत से कनेक्टिविटी के लिए 7 प्रमुख इंटरचेंज होंगे। पीएम मोदी 4 दिसंबर को देहरादून का दौरा करेंगे और लगभग 18,000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसमें लगभग 8300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा शामिल है।
दिल्ली और देहरादून की दूरी होगी कम
इस कॉरिडोर के जरिए दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को जोड़ने में मदद मिलेगी और इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। असल में दिल्ली-देहरादून भी केंद्र सरकार की नौ महत्वपूर्ण आर्थिक कॉरिडोर परियोजनाओं में एक है। जिस पर केन्द्र सरकार फोकस कर रही है। सरकार का दावा है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद दिल्ली और देहरादून की दूरी कम हो जाएगी और महज 2.5 घंटे में ही दिल्ली से देहरादून का सफर किया जा सकेगा।
कॉरिडोर की कुल लागत 8300 करोड़ रुपये
हालांकि अभी दिल्ली से देहरादून पहुंचने में 6 घंटे का समय लगता है, जो 2023 के बाद महज 2.50 घंटे हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक करीब 210 किलोमीटर लंबाई के इस सिक्स लेन कॉरिडोर की कुल लागत 8300 करोड़ रुपये है और दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर में हरिद्वार के लिए नया मार्ग बनाया जाएगा, जो बसेरा, मानकपुर, खटाल, रुड़की, महबरकलां से होकर गुजरेगा और सहारनपुर बाईपास से नई सिक्स लेन की सड़क बनाई जाएगी।
जानकारी के मुताबिक इस कॉरिडोर में 25 किमी एलिवेटेड रोड होगी जो कि सिक्स लेन 14 टनल से होकर गुजरेगी। बताया जा रहा है कि कॉरिडोर को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यहां वाहनों को आसानी से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलाया जा सकेगा।
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