प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज देश के दस हज़ार से ज्यादा छात्रों को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे। देश में पहली बार होने जा रहा यह कार्यक्रम मानव संसाधन मंत्रालय की तरफ से आयोजित किया गया है। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं की नई और लीक से हटकर कुछ अलग करने की चाह को बढ़ावा देना है। इसमें भाग ले रहे ज्यादातर युवा इंजीनियरिंग के क्षेत्र से हैं।

मानव संसाधन विभाग के अधीन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीआई) इसे आयोजित कर रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा रात 10 बजे होने वाले संबोधन से पहले आज सुबह आठ बजे से इसका फाइनल मुकाबला शुरू हो चुका है। यह कार्यक्रम रविवार रात आठ बजे तक चलेगा। इस दौरान इसमें भाग ले रही टीमों को 36 घंटे तक एक ही जगह पर रह कर तकनीक के प्रयोग से समस्यों का निदान ढूँढना होगा। इसे देश भर के 26 अलग-अलग जगहों पर आयोजित किया गया है। इन 26 जगहों को भारत सरकार के किसी न किसी विभाग या मंत्रालय के अंतर्गत रखा गया है। इससे पहले फाइनल की तैयारी में लगभग 2110 सलाहकारों ने छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया।

स्मार्ट इंडिया हैकथॉन कार्यक्रम में लोगों से जुड़ी बड़ी समस्याओं के नए समाधान तलाशने के लिए केंद्र सरकार के 29 विभाग भाग ले रहे हैं। सभी विभागों ने अपने क्षेत्र से संबंधित विभिन्न समस्याओं की पहचान कर उन्हें इस प्रतियोगिता के विषय के तौर पर रखा था। इस कार्यक्रम में  डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और मेक इन इंडिया अभियान पर जोर दिया गया है। कार्यक्रम के दौरान टीमों द्वारा विकसित किए गए एप्लीकेशन का आंकलन संबंधित मंत्रालय के विशेषज्ञों के साथ तकनीकी विशेषज्ञों की टीम करेगी। इसी के आधार पर विजेता का फैसला किया जाएगा।

दुनिया के सबसे बड़े इस हैकथॉन में हर थीम पर तीन टीम को पुरस्कृत किया जायेगा। इसमें पहला पुरष्कार एक लाख,द्वितीय पुरस्कार के रूप में 75 हज़ार,जबकि तीसरे विजेता को 50 हज़ार रुपये दिए जायेंगे। टीमों द्वारा ढूंढे गए तकनीकी समाधनों और श्रोतों का प्रयोग मंत्रालय करेगा साथ ही इसे और ज्यादा विकसित करने की कोशिश भी की जाएगी सभी विजेताओं को आपस में जोड़ने के लिए ‘कम्यूनिटी ऑफ इनोवेटिव माइंड्स’ के नाम से नेटवर्किंग की व्यवस्था भी की गई है।

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