Chhatrapati Shivaji Jayanti: मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की शनिवार यानी आज जयंती है। उनकी जयंती पर देश के कई राजनेताओं ने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि शिवाजी महाराज की जयंती पर PM Narendra Modi समेत गृह मंत्री Amit Shah, असम के मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma, महाराष्ट्र पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार, बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या और कई अन्य नेताओं ने उन्हें नमन किया है।
Chhatrapati Shivaji की Jayanti पर पीएम मोदी ने किया ट्वीट
शिवाजी महाराज की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, ”मैं Chhatrapati Shivaji महाराज को उनके जन्मदिन पर नमन करता हूं। उनका सर्वश्रेष्ठ नेतृत्व और समाज कल्याण पर जोर कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है। उन्होंने सत्य और न्याय के मूल्यों से समझौता नहीं किया। हम उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने Chhatrapati Shivaji महाराज की जयंती पर उनको नमन करते हुए ट्विटर पर लिखा, ”महान मराठा योद्धा राजा, छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर मेरी श्रद्धांजलि। अपने अदम्य साहस और असाधारण युद्ध रणनीतियों के लिए जाने वाले Shivaji Maharaj अपने समय से आगे के शासक थे। मातृभूमि के लिए उनका प्यार हर भारतीय को प्रेरित करता रहता है।”
कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने Chhatrapati Shivaji की जयंती पर उनकी वीरता को नमन करते हुए ट्वीट किया, ”वीर, पराक्रमी छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उन्हें सादर नमन। अहंकार और अन्याय के सामने निडरता ही सबसे प्रभावशाली हथियार है।”
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शिवाजी महाराज की जयंती पर ट्वीट किया, ”धर्म ध्वज रक्षक छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्र के प्रेरणा पुरुष हैं। उन्होंने धर्म, राष्ट्रीयता, न्याय और जनकल्याण के स्तम्भों पर सुशासन की स्थापना कर भारतीय वसुंधरा को गौरवांवित किया। शिव-जयंती पर अद्भुत शौर्य और देशभक्ति की अद्वितीय प्रतिमूर्ति के चरणों में वंदन करता हूं।”
मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे शिवाजी महाराज
छत्रपति शिवाजी भोंसले का जन्म 19 फरवरी 1630 को एक भोंसले वंश में हुआ था। हर साल वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती 19 फरवरी को बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। शिवाजी महाराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे और मुगल शासक औरंगज़ेब के खिलाफ खड़े हुए थे। शिवाजी का सारा जीवन संघर्षों और धर्म की रक्षा में ही गुजरा है। वो धर्म की रक्षा के साथ महिलाओं का भी सम्मान किया करते थे।
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