पीएम मोदी ने आज दिवंगत सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) और अन्य सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और तीन सेना प्रमुख भी मौजूद रहे। इससे पहले सीडीएस और सशस्त्र बलों के अन्य जवानों का पार्थिव शरीर आज रात दिल्ली पहुंचा। सुलूर से भारतीय वायु सेना (IAF) का विमान आज रात पालम हवाई अड्डे पर पहुंचा। गौरतलब है कि बुधवार को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज ले जा रहा हेलीकॉप्टर नीलगिरि पहाड़ियों के घने जंगलों वाले पहाड़ी इलाकों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना में रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
दिल्ली कैंट में होगा बिपिन रावत का अंतिम संस्कार
बता दें कि सेना ने कहा कि उसने सभी मृतकों की उचित सैन्य अंत्येष्टि की योजना बनाई है और मृतकों के परिजनों के साथ संपर्क किया जा रहा है। वहीं आम नागरिक शुक्रवार को सीडीएस आवास पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दे सकते हैं। आम नागरिकों के बाद सैन्यकर्मी सम्मान देंगे। इसके बाद, शव को दिल्ली कैंट बराड़ स्क्वायर में अंतिम संस्कार के लिए जाया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक श्रीलंका के सीडीएस और सेना कमांडर जनरल शैवेंद्र सिल्वा जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले आज सभी 13 शवों को नीलगिरी जिले के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस लाया गया था। मालूम हो कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर की जांच का नेतृत्व करेंगे। सिंह भारतीय वायु सेना के प्रशिक्षण कमान के कमांडर हैं और खुद एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं।
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