Kumar Vishwas आज हिंदी के जाने-माने कवि हैं और उनके लाखों प्रशंसक हैं। कुमार विश्वास को जिस कविता ने शोहरत और प्रसिद्धि दिलाई थी वो है कोई दीवाना कहता है। कोई दीवाना कहता है को हिंदी में आपने बहुत बार सुना होगी लेकिन अब कुमार विश्वास की इस कविता का संस्कृत संस्करण भी सामने आया है। कुमार विश्वास ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक व्यक्ति उनकी कविता को संस्कृत में गाते दिख रहा है।
इस कविता को प्रस्तुत संस्कृत में बनारस के बीएचयू के नेत्रहीन छात्र इंद्रजीत कर रहे हैं। इंद्रजीत की बात करे तो वह सोशल मीडिया पर बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हैं और उन्होंने बहुत सारे गाने और बहुत सी कविताएं और यहां तक कि शिव तांडव काे भी बहुत अच्छे तरीके से गाया है।
कोैन हैं इंद्रजीत साकेत
इंद्रजीत साकेत (Indrajit Saket) की बात करें तो वो मूल रूप से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) जिले के रहने वाले हैं। नेत्रहीन छात्र इंद्रजीत जीत बेहद गरीब परिवार से आते हैं और उनके पिता मजदूरी करते हैं और मां हाउसवाइफ हैं। परिवार में उनके अलावा उनकी तीन भाई और दो बहन भी हैं। इंद्रजीत की खासियत की बात करें तो वह कोई भी गाना अंगुली बजाकर गाते हैं और सोशल मीडिया पर उनको सबसे ज्यादा प्रसिद्धि तब मिली थी जब उन्होंने शिव तांडव को गाया था।
उन्होंने कई फिल्मों के गाने जैसे कैलाश के निवासी, धीरे – धीरे से मेरे जिंदगी में आना, राजाबाबू , नदियां के पार जैसेे गीतों को संस्कृत वर्जन को गाया है। उन्होंने हरियानवी गाना ‘ तेरी आख्या का काजल ‘ को संस्कृत वर्जन में गाकर सभी का दिल जीता था ।
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