सऊदी अरब के द्वारा पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) के अंतिम विश्राम स्थल Madinah Al Munawwarah में सिनेमा हॉल और मनोरंजन केंद्र बनाने की मंजूरी देने के बाद लगातर इसे बैन करने की मांग हो रही है। आज 23 सितंबर को मुबंई में इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया गया है। आज Twitter पर भी #BanCinemaInMadinaShareef भी Trend कर रहा है।
सोशल मीडिया में हो रहा है भारी विरोध
सऊदी सरकार के द्वारा पवित्र शहर में सिनेमा हॉल और मनोरंजन केंद्रों को अनुमति देने वाले फैसले के खिलाफ सोशल मीडिया साइटों और उर्दू अखबारों में गुस्से वाली प्रतिक्रिया और लेख लगातार आ रहे है। सऊदी सरकार के इस कदम को लोग मरकज़ ए शयातीन (Marakaz E Shayateen) और बी हयाई के अड्डे ( Be Hayai Ke Adde), शैतान का केंद्र और “अश्लीलता और नग्नता का केंद्र का बता रहे हैं।”
सऊदी सरकार के फैसले को शर्मनाक बताते हुए @muftisalman_ नाम के एक Twitter Users ने लिखा हम SaudiArbia सरकार के दुनिया की सबसे शुद्ध जगह पर सिनेमा हॉल खोलने की घोषणा के विचार की कड़ी निंदा और विरोध करते हैं। #muftisalmanazhari #BanCinemaInMadinaShareef #ShameOnYouSaudiGovt #tajdarekhatmenubuwwatzindabad
मदीना मुनव्वरा में सिनेमा हॉल खोलने पर सऊदी सरकार के खिलाफ भारतीय सुन्नी मुसलमानों के संगठन रज़ा अकादमी ने मुंबई के मीनारा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया।
विरोध कब शुरू हुआ
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब 03 सितंबर 2021 को पाकिस्तानी इस्लामी विद्वान, पूर्व न्यायाधीश और वर्तमान में दारुल उलूम कराची में हदीस के उपाध्यक्ष मुफ्ती मुहम्मद तकी उस्मानी ने मदीना अल मुनव्वराह नागरिक निकाय के एक पुराने ट्वीट को री-ट्वीट किया।
मदीना क्षेत्रीय नगर पालिका ने 22 नवंबर, 2020 के ट्वीट में एक ग्राफिक्स के माध्यम से जानकारी Share की कि अरेबियन सेंटर्स द्वारा मदीना शहर में एक प्रमुख स्थान पर एक आउटडोर शॉपिंग सेंटर, Boulevard U Walk बनाने की योजना है।
मुफ्ती ताकी उस्मानी के ट्वीट के बाद सऊदी सरकार और विशेष रूप से Kindgom’ के Crown Prince, मुहम्मद बिन सलमान (Muhammad bin Salman) के खिलाफ आलोचना शुरू हो गई क्योंकि यह परियोजना उनके महत्वाकांक्षी Vision 2030 का हिस्सा है इसके Vision के तहत तेल पर सऊदी अरब की निर्भरता को कम करना, अपनी अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए एक रणनीतिक ढांचा, और स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे, मनोरंजन और पर्यटन जैसे सार्वजनिक सेवा क्षेत्रों का विकास करना है।
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