Padma Awards : कुछ ही समय पहले केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ देने का फैसला किया था। जिसके बाद भारत सरकार ने बीती शाम को पद्म पुरस्कारों का भी ऐलान कर दिया। इस लिस्ट में कुल मिलाकर 132 लोगों के नाम हैं जिन्हें पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, भारतीय सिनेमा जगत की मशहूर अभिनेत्री रहीं वैजयंती माला समेत 5 लोगों को पद्म विभूषण दिया जाएगा। वहीं, कुल मिलाकर 17 लोगों को पद्म भूषण दिया जाएगा, जिनमें बॉलीवुड के मशहूर एक्टर मिथुन चक्रवर्ती भी शामिल हैं। वहीं, खेल जगत में टेनिस खिलाड़ी रोहित बोपन्ना समेत 110 व्यक्तियों को अलग-अलग क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के अनुसार पद्म श्री से नवाजा जाएगा।
Padma Awards : क्यों दिए जाते हैं पद्म पुरस्कार?
बता दें कि पद्म पुरस्कारों को 3 श्रेणियों में बांटा जाता है। ‘भारत रत्न’ के बाद देश के दूसरा सबसे बड़ा सम्मान पद्म विभूषण है। जबकि पद्म भूषण और पद्म श्री क्रमशः देश का तीसरा और चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। ये पुरस्कार समाज सेवा, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा और कला जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में असाधारण कार्य और सेवा के लिए दिए जाते हैं। जैसे- ‘पद्म विभूषण’ असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है; ‘पद्म भूषण’ उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है और ‘पद्म श्री’ किसी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। प्रत्येक वर्ष, केंद्र सरकार द्वारा इन पुरस्कारों का ऐलान किया जाता है। यहां देखें साल 2024 में दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों की पूरी लिस्ट।
Padma Awards : पद्म विभूषण 2024


Padma Awards : पद्म भूषण 2024



Padma Awards: पद्म श्री 2024 लिस्ट













बता दें कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों – भारत रत्न और पद्म पुरस्कारों की शुरुआत वर्ष 1954 में, केंद्र सरकार ने की थी। हर साल गणतंत्र दिवस के आसपास ही भारत रत्न और पद्म पुरस्कारों का ऐलान होता है। जिसके बाद मार्च-अप्रैल के महीने के बीच अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धि के लिए राष्ट्रपति के हाथों विजेताओं को सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार जीवित और मरणोपरांत, दोनों ही व्यक्तियों के नाम किया जाता है। वैसे तो नियम के मुताबिक, यदि एक व्यक्ति को पद्मश्री दिया गया है या दिया जा चुका है तो फिर उसे पद्म भूषण या पद्म विभूषण अगले पांच साल बाद ही दिया जा सकता है। लेकिन, पुरस्कार देने के लिए नामों को चुनने वाली समिति कुछ विशिष्ट मामलों में छूट दे सकती है।