आखिरकार अथक प्रयासों के बाद ‘एक राष्ट्र एक टैक्स’ की अवधारणा ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में कल रात 12 बजे हकीकत में तब्दील हो गई। इसी के साथ टैक्स के सबसे बड़े बदलाव के दावों के साथ ही देश नई व्यवस्था में प्रवेश कर गया।
70 साल बाद ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल आधी रात को देश एक बार फिर गवाह बना एक नई आजादी का। वो आजादी जो हमें प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तरीकों के लगभग पांच सौ टैक्स के बोझ से निजात दिलाएगी।
इस लॉन्चिंग के साथ ही देश में एक समान अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था लागू हो गई। तारों से सजी इस रात में ऐतिहासिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने जीएसटी को देश के सभी लोगों की साझी विरासत करार दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह किसी एक दल या सरकार की सिद्धि नहीं है। यह हम सभी के प्रयासों का नतीजा है। पीएम मोदी ने जीएसटी को गुड ऐंड सिंपल टैक्स करार दिया। उनका इतना कहना ही थी कि सभागार में तालियों की गड़गड़ाहटा गूंजने लगी। उन्होंने कहा, ‘जीएसटी गुड ऐंड सिंपल टैक्स है जो बहु–स्तरीय टैक्स सिस्टम के प्रभाव को खत्म करेगा।‘
वहीं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि ऐतिहासिक क्षण दिसंबर, 2002 में शुरू हुई लंबी यात्रा की परिणति है। प्रणब मुखर्जी ने जीएसटी को देश भर के तमाम राज्यों की सरकारों के बीच सहमति और देश हित के लिए सबके साथ आने का प्रतीक करार दिया। प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘वित्त मंत्री होने के नाते यह मेरे लिए भी खास पल है क्योंकि मैंने ही 22 मार्च, 2011 को संविधान संशोधन बिल पेश किया था।’
प्रणब मुखर्जी ने नए अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की लगातार समीक्षा पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में जीएसटी परिषद, केंद्र और राज्य सरकारों को इसके प्रारूप और इसमें सुधार के लिए इसी जोश के साथ लगातार समीक्षा करनी चाहिए। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि जीएसटी से हमारा निर्यात प्रतिस्पर्धी होगा और आयातित सामान में भी घरेलू इंडस्ट्री को बराबरी का मौका मिलेगा।
कार्यक्रम के शुरुआत में बोलने वाले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हम गौरवशाली देश के ऐतिहासिक मौके पर उपस्थित हैं। इससे भारत के सामने असीम संभावनाओं के द्वार खुलेंगे और उसे अपनी इकॉनमी को मजबूत करने का मौका मिलेगा। इससे भारत एक मार्केट एक देश के तौर पर उभरेगा।
बता दें कि रात 11 बजे से जीएसटी के लॉन्च को लेकर भव्य आयोजन की शुरुआत हुई| खचाखच भरे सेंट्रल हॉल में सबसे पहले राष्ट्रगान गूंजा। भारत माता की जय का उद्घोष गूंजा। मंच पर विराजमान विशिष्ट अतिथियों में शामिल पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को सम्मानित किया गया। सेंट्रल हॉल में अग्रिम पंक्ति में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बैठे हुए थे।
हालांकि जीएसटी को कारोबार सुगमता की दिशा में एक बड़ा कदम बताया जा रहा है. लेकिन इसे लेकर छोटे कारोबारी और व्यापारी में बहुत घबराहट है। बता दें कि कल जीएसटी में कर भुगतान प्रणाली को लेकर उपजी आशंकाओं के चलते उत्तर प्रदेश में व्यापारियों ने एक रेलगाड़ी को रोक दिया था और इतना ही नहीं कल कई शहरों में इस दौरान थोक जिंस बाजार बंद रहे।