दिल्ली की राजनीति उस वक्त गर्मा गई जब सीलिंग के मुद्दे पर भाजपा सदस्य केजरीवाल के घर गए और दोनों पार्टियों में कहासुनी हो गई। दोनों ही पार्टी एक दूसरे को सीलिंग का जिम्मेदार बता रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीलिंग के मुद्दे पर उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी पर निशाना साधा है। केजरीवाल ने मीडिय़ा को बताया कि, “हमारे सभी विधायक और पार्षद भाजपा प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के लिए इकट्ठा हुए थे। लेकिन मनोज तिवारी सहित भाजपा के अन्य सदस्यों ने सभी के सामने चर्चा करने से इनकार कर दिया।” उन्होंने कहा, “इस बारे में कुछ भी गोपनीय नहीं है। यह कोई व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। यह एक सार्वजनिक मामला है। मैंने उनसे साथ बैठकर चर्चा करने और सीलिंग अभियान का समाधान ढूंढने की विनती की। लेकिन वे चले गए।”

वहीं इसके विपरीत बीजेपी ने आरोप लगाया कि सीलिंग के समाधान के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने निवास पर बुलाकर उनका अपमान किया और विधायकों के साथ धक्का-मुक्की की। इस मामले में दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि वो हंगामा नहीं चाहते थे। इसलिए हमने 20 लोगों का नाम दिया था कि मिलना चाहते थे। तिवारी ने कहा कि जैसे ही हमने बोलना शुरू किया तो ‘आप’ के विधायक उठ कर कहने लगे कि आप यहां भाषण मत दो। उन्होंने कहा कि अपरिपक्वता अरविंद केजरीवाल ने दिखाई है। उन्हें 150 लोगों को बुलाने की क्या जरूरत थी? दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष का ‘आप’ ने अपमान किया है। वहीं बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सीएम आवास में हमसे बदसलूकी की गई है। यही नहीं उन्होंने ‘आप’ नेताओं पर बदसलूकी और धक्का-मुक्की का आरोप लगाया। हालांकि,  मनोज तिवारी  के नेतृत्व में बीजेपी के नेताओं ने ‘आप’ नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

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वहीं दूसरी ओर इस मामले के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि बीजेपी इस मुद्दे पर खुलकर बात करना नहीं चाहती, इसलिए सरकार पर निराधार आरोप लगा रही है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार ने 5 बिंदुओं का एक पत्र उपराज्यपाल को लिखा था। लेकिन उपराज्यपाल ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। सीएम केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची है। मैंने एलजी साहब (उपराज्यपाल) को 25 तारीख को चिट्ठी लिखी थी कि सीलिंग क्यों हो रही हैं। आप FAR (फ्लोर एरिया रेश्यू) बढ़ा दें, कंवर्जेंस चार्ज कम करें।”

उन्होंने कहा कि एमसीडी ने पिछले कुछ साल में कंवर्जन चार्ज के नाम पर 3000 करोड़ जुटाए, लेकिन वो पैसा जहां-तहां खर्च कर दिया गया। दिल्ली के सीएम ने कहा,   ‘सीलिंग से छोटे व्यापारी परेशान हैं सीलिंग का समाधान LG-केंद्र के पास है। एलजी नहीं चाहते कि सीलिंग रुके। सीलिंग पर रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।