राजद और जेडीयू के बीच चलते तंज और तानों की लड़ाई में अब कांग्रेस भी कूद पड़ी है। पहले जहां बिहार के उपमुख्यमंत्री और लालूप्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए नीतीश कुमार को अवसरवादी और अपने फायदे के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति करने वाला बताया था वहीं अब कांग्रेस ने भी उनपर तानाकशी की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा है कि “जो लोग एक सिद्धांत में भरोसा करते हैं, वे सिर्फ एक फैसला लेते हैं। लेकिन, जिन लोगों को कई सिद्धांतों में भरोसा है, वे कई तरह के फैसले लेते हैं।” उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, वह (नीतीश) पहले ऐसे शख्स थे, जिन्होंने बिहार की दलित की बेटी को हराने का फैसला किया है, हम नहीं।
आपको बता दें कि नीतीश की नेतृत्ववाली बिहार की महागठबंधन सरकार में राजद, जदयू और कांग्रेस शामिल हैं। दरअसल कांग्रेस ने विपक्षी पार्टियों के साथ मिलकर पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने के फैसला लिया है, जिसपर नीतीश ने कहा था कि “विपक्षी गठबंधन ने बिहार की बेटी को हराने के लिए मैदान में उतारा है।” अब इसी बात पर महागठबंधन में फूट पड़ गई है।
हालांकि इस मामले में कांग्रेस नीतीश या जदयू को निशाने पर लेने से बच रही थी पर गुलाम नबी आजाद के इस बयान ने कांग्रेस को भी खुलकर इस सियासी मैदान में खड़ा कर दिया है।