अयोध्या के राम जन्म भूमि मामले में एक बार फिर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अपने तेवर दिखाए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि ‘राम जन्मभूमि पर राम मंदिर ही बनेगा और कुछ नहीं बनेगा। उन्हीं पत्थरों से बनेगा, उन्हीं की अगवानी में बनेगा, जो इसका झंडा उठाकर पिछले 20-25 वर्षों से चल रहे हैं।‘ उन्होंने कहा कि राम जन्म भूमि पर कोई और ढांचा नहीं बन सकता। बहुत जल्द मंदिर के उपर भगवा झंडा लहराएगा। भागवत ने कहा, ‘हम मंदिर का निर्माण करेंगे, यह लोकलुभावन घोषणा नहीं है, बल्कि हमारे विश्वास का विषय है। यह नहीं बदलेगा’। हालांकि अपने भाषण में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का भी हवाला दिया।
कर्नाटक के उडुपी में वीएचपी की धर्म संसद में शुक्रवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ये सब बातें कहीं। यहां उन्होंने गौरक्षा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमें गाय की सुरक्षा करनी ही होगी, इसके बिना हम शांति से नहीं रह सकते। उन्होंने लोगों से गाय की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने को कहा। राम मंदिर पर आरएसएस चीफ ने कहा कि राम मंदिर बनने से पहले लोगों में जागरूकता होनी जरूरी थी। हम मंजिल के बेहद करीब हैं और इस वक्त हमें और ज्यादा सचेत रहना है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से अयोध्या मामले पर आखिरी सुनवाई होने जा रही है। ऐसे में कुछ दिन पहले आरएसएस प्रमुख का राम मंदिर पर इस प्रकार की हुंकार लगाने से राजनीतिक पार्टियों सहित अन्य संगठनों में भी हलचल मच गई है। बता दें कि श्री श्री रविशंकर भी अयोध्या मामले को लेकर मध्यस्थता कराने में जुटे हैं। लेकिन कई जगहों से उनको विरोध का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि रामजन्मभूमि में वो कोई वादी नहीं है और न ही उस जमीन से उनका कोई कानूनी नाता है।