पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री Mamata Banerjee बीसीसीआई अध्यक्ष Sourav Ganguly के समर्थन में उतर आई हैं। सीएम बनर्जी ने सौरव गांगुली के पक्ष में पीएम मोदी से अपील भी की है। उन्होंने कहा, “मैं पीएम मोदी से अनुरोध करती हूं कि सौरव गांगुली को आईसीसी चुनाव लड़ने की अनुमति दी जानी चाहिए। वह खुद को एक खिलाड़ी के रूप में साबित कर चुके हैं और वह अध्यक्ष के रूप में बीसीसीआई के अच्छे प्रशासक रहे हैं।”
Mamata Banerjee ने पीएम मोदी से की अपील
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील करते हुए कहा कि सरकार राजनीतिक रूप से निर्णय न ले बल्कि क्रिकेट और खेल के लिए ले। सौरव गांगुली राजनीतिक दल के सदस्य नहीं हैं। इन्हें गलत तरीके से अध्यक्ष पद से हटाया गया है। ममता बनर्जी ने कहा, “मैं बहुत दुखी हूं, सौरव गांगुली एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं। वह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी रह चुके हैं, उस वक्त उन्होंने देश को बहुत कुछ दिया है। इस तरीके से उन्हें बाहर निकालना बिल्कुल ठीक नहीं है।”
Mamata Banerjee ने अमित शाह के बेटे को घेरा
ममता बनर्जी ने गृह मंत्री अमित शाह के बेटे को घेरे में लेते हुए कहा, “अमित शाह के बेटे और सौरव गांगुली का तीन साल का कार्यकाल एक साथ शुरू हुआ था। लेकिन सौरव गांगुली का कार्यकाल खत्म हो गया वहीं, अमित शाह के बेटे का कार्यकाल अब तक चल रहा है। मुझे अमित शाह के बेटे से कोई परेशानी नहीं है लेकिन मुझे इस बात से परेशानी है कि सौरव गांगुली के साथ नाइंसाफी क्यों हो रही है।”
Mamata Banerjee ने पीएम मोदी से कहा कि वह BCCI से अपील करें कि सौरव गांगुली इलेक्शन के लिए अपना नाम दे सकें। उन्होंने कहा, “सौरव गांगुली बीसीसीआई में जाने के हकदार हैं, उन्हें इस पद से वंचित क्यों किया गया है। उन्हें पूरी दुनिया जानती है। इनके लिए जो भी फैसला लिया जाए उसे राजनीति और बदले की भावना से न देखें।”
अध्यक्ष पद छोड़कर सौरव गांगुली ने तोड़ी चुप्पी
बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटने के बाद सौरव गांगुली ने हाल ही में अपनी चुप्पी तोड़ी थी। उन्होंने कहा, “कोई भी जीवनभर प्रशासक के रूप में नहीं रह सकता है। सभी को कभी न कभी निराशा का सामना करना पड़ता है। याद रखें कि कोई नरेन्द्र मोदी, मुकेश अंबानी और सचिन तेंदुलकर रातोंरात नहीं बन जाता है।”
संबंधित खबरें: