लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार देर रात आग लग गई। आग की वजह से 5 लोगों की मौत हो गई है। मरने वाले लोगों में अरविंद कुमार गौतम, वसीम, सरस्वती, मुकेश और एक नवजात भी शामिल है। हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ये मौत आग के कारण नहीं हुई है। मरने वाले मरीज पहले से ही गंभीर थे उनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनने वाले था लेकिन उसी वक्त आग लग गई और अफरातफरी में सभी इधर-उधर चले गए और उनका मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन पाया। KGMU के सीएमएस एस एन शंखवार ने बताया कि आग की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन राहत की बात यह है कि आग की वजह से कोई हताहत नहीं है।
उन्होंने बताया कि आग की वजह से अस्पताल की संपत्ति का नुकसान हुआ है खासकर दवाई भंडार में आग लगी थी तो वहां काफी नुकसान हुआ है लेकिन कोई भी व्यक्ति इससे हताहत नहीं है। सभी मरीजों को ट्रामा सेंटर से शिफ्ट कर दिया गया है। सीएमएस एसएन शंखवार ने बताया कि आग शार्ट सर्किट से लगी है। बहराल, प्रशासन भले ही इनकार कर रहा हो पर खबर ये भी आ रही है कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों की मौत ट्रॉमा सेंटर से शिफ़्ट करते वक़्त हुई है। हालांकि आग पर रात में ही काबू पा लिया गया था, लेकिन इसके बाद अस्पताल में पूरी रात अफ़रातफ़री का माहौल रहा।
पुलिस ने आग लगने की वजह से यातायात को भी डायवर्ट कर दिया। बचाव कार्य कई घंटे जारी रहा । वहीं आग लगने की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी कौशल राज और एसएसपी दीपक कुमार, केजीएमयू के वीसी और कानून एवं न्याय मंत्री (कैबिनेट मंत्री) ब्रजेश पाठक और मोहसिन रजा मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। फिलहाल अग्निशमन और पुलिस की टीम के साथ रेजिडेंट डॉक्टरों की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटे रहे। इस आग में किसी के हताहत होने की अभी तक सूचना नहीं है।
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर बेहद दु:ख जताया है। उन्होंने घटना का तत्काल संज्ञाल लेते हुए लखनऊ के मंडलायुक्त को जांच के आदेश दे दिए हैं और साथ ही तीन दिन के अंदर में जांच की रिपोर्ट जारी करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इसके लिए दोषी व्यक्तियों की जिम्मेदारियां निर्धारित की जाए, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। साथ ही इस प्रकार के घटना की भविष्य में पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए भी संस्तुतियां दी जाएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को वहां पर भर्ती मरीजों की वैकल्पिक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। आग बुझाने के लिए मौके पर दमकल की छह गाड़ियां पहुंचीं थीं। शुरुआती जांच में बताया गया है कि आग एयरकंडीशनर में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी और देखते ही देखते दूसरे तल पर फैल गई थी।