जहां राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ चुका है वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मोदी सरकार के कार्यों के सफलता का उद्घाटन कर के राष्ट्रपति पद के इन आखिरी दिनों में अधिक से अधिक यादें संजोए जा रहे हैं। खाना पकाने के लिए गरीबों को स्वच्छ ईधन मुहैया कराने के उद्देश्य से 1 मई 2016 को केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षीप्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2.5 करोड़वां रसोई गैस कनेक्शन का वितरण किया। इस वितरण के बाद इस योजना ने अपना आधा सफर पूरा कर लिया है। इतिहास रचते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उज्ज्वला योजना के तहत आज जंगीपुर (पश्चिम बंगाल)  में एक महिला को 2.5 करोड़वां मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन भेंट किया।

पिछल साल शुरू हुए इस योजना का मकसद देश के ग्रामीण इलाकों में खाना बनाने में धुआंदार ईंधन का इस्तेमाल खत्म कर स्वच्छ और ज्यादा कारगर एलपीजी को स्थापित करना है। सरकार चाहती है कि  लकड़ी और उपले जैसे प्रदूषण फैलने वाले ईधन का उपयोग कम हो। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार प्रदूषण फैलने वाले ईधन के उपयोग से देश में हर साल 13 लाख लोगों की मौत होती है।

मोदी सरकार ने देश के पांच करोड़ बीपीएल परिवारों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत महिला के नाम पर गैस कनेक्शन दिया जाता है। इस योजना के लिए वही महिला पात्र होती हैं जो महिला गरीबी रेखा से नीचे हो और उसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हो। गैस चूल्हा और सिलेंडर दोबारा भरवाने के लिये मासिक किस्त की सुविधा भी दी जाती है। उज्ज्वला योजना 8000 करोड़ रुपये के बजट के साथ शुरू की गयी थी। इस मौके पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भी उपस्थित थे।

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