
Laws For Acid: दिल्ली के द्वारका में हुए एसिड अटैक मामले से लोग काफी घबराए हुए हैं। दरअसल, एक नाबालिग पर उसके एक्स-बॉयफ्रेंड ने अपनी साथियों के साथ मिलकर एसिड अटैक कर दिया। इससे नाबालिग काफी गंभीर रूप से जख्मी हुई है। फिलहाल, पीड़िता को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टर लगातार पीड़िता की स्थिती पर नजर बनाए हुए हैं। देश में एसिड के व्यापार और एसिड अटैक करने वाले के खिलाफ काफी सख्त नियम बनाए गए हैं। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि देश में एसिड से जुड़े कानून क्या है और कितने सख्त है।
Laws For Acid: तेजाब बेचने के नियम
देश में तेजाब बेचने को लेकर नियम काफी सख्त है। इनका पालन करना भी काफी अनिवार्य है और जो इसका उल्लंघन करता हुए पाया जाता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। खुलेआम तेजाब बेचने के लिए भी दुकानदारों और व्यापारियों के लिए कुछ नियमावली बनाई गई हैं। लेकिन अफसोस इस बात का होता है कि यह नियम सिर्फ कागजों तक सीमित हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में दिए अपने फैसले में तेजाब बेचने को लेकर कई निर्देश दिए थे जो कि ये हैं…
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- तेजाब बेचने वाले व्यापारियों को प्रत्येक 15 दिन में अपने प्रशासन के पास इस बात का ब्योरा देना होगा कि आखिर उसके पास किस तेजाब का कितना स्टॉक है।
- विक्रेता को इस बात की जानकारी भी प्रत्येक 15 दिन में प्रशासन को देना होता है कि उनसे किसने तेजाब खरीदा है।
- यदि कोई व्यक्ति तेजाब खरीदने आता है तो विक्रेता को उसका नाम, पता और तेजाब की मात्रा रिकॉर्ड करनी होती है।
- विक्रेता को इस बात की जानकारी भी नोट करनी होती है कि तेजाब खरीदने वाला इसे किस मकशद से खरीद रहा है।
- विक्रेता, तेजाब खरीदने वाले व्यक्ति को बिना भारत सरकार की तरफ से जारी किए आईडी प्रूफ की जांच किए बिना तेजाब नहीं बेच सकते हैं। साथ ही विक्रेता को आईडी प्रुफ की फोटोकॉपी भी रखनी होती है।
- किसी भी 18 साल से कम उम्र वाले को तेजाब खरीदने या बेचने की अनुमति नहीं है।
- तेजाब बेचने वाले विक्रेता के पास पॉइजन एक्ट के तहत रजिस्टर लाइसेंस होना जरूरी है जिसे हर साल रिन्यू करवाना होगा।
- इसके अलावा जिन अस्पतालों, एडुकेशनल आर्गेनाइजेशन और लैबरोटरीज में तेजाब का इस्तेमाल किया जा रहा है, उनके लिए इसके इस्तेमाल का लेखा जोखा भी होना चाहिए।
Laws For Acid: एसिड अटैक से जुड़े कानूनी प्रावधान
देश में एसिड के गलत इस्तेमाल या किसी को नुकसान पहुंचाने वालों के लिए काफी सख्त कानून बनाए गए हैं। इसके बाद भी लगातार ऐसी कई घटनाएं सामने आती हैं जो सबको हैरान कर देती है। एसिड अटैक अपराध को आईपीसी की धारा 326 के तहत दर्ज किया जाता है। इस अपराध को बाद में दो श्रेणियों में बांट दिया गया है। अब एसिड अटैक को लेकर देश में 326A और 326B कानून है।
आपको बता दें, 326A के मुताबिक एसिड अटैक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और यह एक गैरजमानती अपराध है। इसके तहत आरोपी को कम से कम 10 साल की जेल या फिर उम्र कैद की भी सजा होती है। साथ ही उससे जुर्माने तो तौर पर पीड़िता के इलाज के पैसे भी लिए जाते हैं।
इसके अलावा 326B में उन अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज होता है जो एसिड अटैक की कोशिश करते हैं। इस मामले में आरोपी को कम से कम पांच साल तक की सजा का प्रावधान है। ऐसे मामलों में आरोपी और विक्रेता पर भारी जुर्माना (50 हजार तक) भी लगाया जा सकता है जो कि पीड़िता के इलाज में खर्च किए जाते हैं।
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