तालिबान पूरे अफगानिस्तान को तबाह कर रहा है। जनता डरी हुई है। इस तबाही और डर की धमकी भारत में बैठे कुछ वामपंथी नेता केंद्र सरकार को दे रहे हैं। अभी हाल ही में जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी लीडर महबूबा मुफ्ती ने कुलगाम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, जम्मू कश्मीर में लोगों का अधिकार छीन लिया गया है। अब जनता का गुस्सा फूट रहा है। यहां पर भी भारतीय सेना का वही हश्र होगा जो अफगानिस्तान में वहां की सेना का हो रहा है।
महबूबा मुफ्ति के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने मुफ्ती को चेतावनी दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, अपने ही स्टेटमेंट को को दुबारा पढ़ो @MehboobaMufti बुआ- “समय रहते सुधर जाओ, अपने पड़ोस में देखो क्या हो रहा है..।”
बता दें कि महबूबा के अनुसार पिछले कुछ समय से जिस तरह जम्मू-कश्मीर में लोगों का दमन किया गया है और लोगों के सभी अधिकार छीने गए। उसकी प्रतिक्रिया में लोगों का गुस्सा फूटा तो कश्मीर में भारतीय सेना का भी वही हश्र होगा जो अफगानिस्तान में अमेरिका का हुआ। उन्होंने कहा कि एक चींटी अगर हाथी की सूंड में घुस जाए तो हाथी का जीना हराम करती है। कश्मीरी बुजदिल नहीं और बन्दूक उठाने में कोई बहादुरी नहीं, लेकिन जिस दिन यहां के लोगो के बर्दाश्त का बांध टूटा उस दिन आप भी नहीं रहोगे।
भारतीय जनता पार्टी के जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने भी मुफ्त पर पलटवार किया है, उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, तालिबानी हो या अलकायदा, मिट्टी में मिला देंगे। किसी तरह की गलतफहमी न पाले महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने इस मुल्क को बचाए रखा। गलतियां उनसे भी हुई लेकिन देश को एक रखा। लेकिन पिछले 6-7 सालो में जो कुछ देश में हो रहा है उस से यही लगता है कि बीजेपी हिंदुस्तान के टुकड़े टुकड़े कराना चाहती है।
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