Kisan Mahapanchayat: मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में किसानों की महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) आज सुबह 11 बजे से चल रही थी। अलग-अलग राज्यों से किसान मुजफ्फरनगर पहुंचे थे। खबर के अनुसार इस महापंचायत में 15 राज्यों से और 300 से अधिक किसान संगठनों ने हिस्सा लिया था। राजधानी की दहलीज पर पिछले एक साल से आंदोलन चल रहा है। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से किसान इस महापंचायत में शामिल हुए थे। संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) ने दावा है किया है कि ये अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत थी। वहीं भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने 4 सितंबर को ट्वीट कर कहा था कि, 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसानों का धर्म युद्ध होगा ऐतिहासिक।
किसानों की महापंचायत खत्म हो गई है। यहां पर आज कई बड़े किसान नेताओं ने हिस्सा लिया था। 11 बजे से चलने वाली महापंचायत 5 बजे संपन्न हो गई है। लंबे समय बाद अपने नेता राकेश सिंह टिकैत को देख मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की जनता काफी खुश है।
कानपुर में किदवई नगर विधानसभा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में प्रबुद्ध जनों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किसान आंदोलन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, आंदोलन में किसान नहीं बल्कि सपा बसपा कांग्रेस के लोग हैं, जैसे शाहीनबाग में आंदोलन टांय-टांय फिस्स हुआ था, वैसा ही हाल इस किसान आंदोलन का भी होगा। मौर्य ने कहा, अभी चुनाव होने हैं, ऐसे में पता लग जाएगा कि जनता किसके साथ है।
मुजफ्फरनगर की महापंचायत से राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए योगी सरकार पर हमला बोला है। टिकैत ने कहा कि, “अभी तक गन्ने का एक रुपया भी नहीं बढ़ाया गया है। क्या योगी सरकार कमजोर है ?”
टिकैत ने कहा कि, मिशन यूपी नहीं देश बचाना है। किसानों की खेती बिकने की कगार पर है। किसानों की जमीन गन्ने की बेल्ट है। इन्होंने कहा, हम गन्ने का 450 रु भाव देंगे। राकेश टिकैत ने कहा, जब पहले की सरकारों ने रेट बढ़ाए थे, तो योगी सरकार ने क्यों एक रुपया नहीं बढ़ाया।
टिकैत ने कहा, ये लोग रेलवे को बेच रहे हैं। अगर रेलवे बिकी तो साढ़े चार लाख लोग बेरोजगार होंगे। टिकैत ने कहा, कर्मचारियों की पेंशन खत्म की जा रही है। लेकिन विधायकों और सांसदों को पेंशन दी जा रही है।
दिल्ली के बॉर्डर पर 10 माह से आंदोलन कर रहे किसानों के लिए टिकैत ने संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि, भले ही वहां हमारी कब्रगाह बन जाए, लेकिन हम वहां से नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘हम आपसे वादा लेकर जाते हैं कि अगर वहां पर हमारी कब्रगाह बनेगी तो भी हम मोर्चा नहीं छोड़ेंगे। बगैर जीते वापस नहीं आएंगे।’
मंच से किसानों को संबोधित करते हुए राकेश सिंह टिकैत ने कहा कि, ये लोग बांटने का काम कर रहे हैं, हमें इन्हें रोकना है। पहले देश में अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे साथ-साथ लगाए जाते थे और आगे भी लगेंगे। उन्होंने भीड़ से अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे भी लगवाए। उन्होंने कहा, यूपी की जमीन को दंगा करवाने वालों को नहीं देंगे। टिकैत ने कहा कि ये लड़ाई तीन काले कानूनों से शुरू हुई। 28 जनवरी को आंदोलन का कत्ल होता। हजारों की फोर्स थी, हम सैकड़ों थे, लेकिन डटे रहे। टिकैत ने कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक हम वहां से हटेंगे नहीं। हम किसी भी कीमत पर वहां से नहीं जाएंगे। हमें फसलों पर एमएसपी की गारंटी चाहिए और जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी, तब तक पूरे देश में संयुक्त मोर्चा आंदोलन करेगा।
मीडिया से बात करते हुए किसान नेता राकेश सिंह टिकैत ने बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा कि, देश को बेचा जा रहा है। Sale for India का सेल लग चुका है। टिकैत ने कहा कि, यहां पर मुद्दा यह है की जो मुद्दा है वो जनता को बताया जाएगा। देश को बेचा जा रहा है। सेल फॉर इंडिया का सेल लग चुका है। बोर्ड लग चुका है। यहां पर गन्ने के भुगतान का मामला है। यहां पर रेट नहीं बढ़ा उसका मामला है। फसलोें का ठीक दाम नहीं मिल रहा है। बहुत सारे मुद्दे हैं जिसपर हम जनता से आज बात करेंगे। टिकैत ने कहा कि वह राजनीति में नहीं आएंगे। किसानों के साथ रहेंगे।
किसान महापंचायत में 300 से अधिक किसान संगठनों ने हिस्सा लिया है। किसानों का समर्थन करने के लिए कई बड़ी पार्टियां आगे आ रही हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “किसान इस देश की आवाज हैं। किसान देश का गौरव हैं। किसानों की हुंकार के सामने किसी भी सत्ता का अहंकार नहीं चलता। खेती-किसानी को बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में पूरा देश किसानों के साथ है।”
मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत में कई बड़े किसान नेता शामिल हुए हैं। योगेंद्र यादव इस समय किसानों को मंच से संबोधित कर रहे हैं।
मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत चल रही है इस बीच उत्तर प्रदेश के Pilibhit से बीजेपी के Member of Parliament (Lok Sabha) वरूण गांधी ने ट्वीट किया है। उन्होंने किसानों का दर्द समझने के लिए कहा है।
गांधी ने ट्वीट कर लिखा,”मुजफ्फरनगर में आज प्रदर्शन के लिए लाखों किसान जुटे हैं। वो हमारा अपना ही खून हैं। हमें उनके साथ फिर से सम्मानजनक तरीके से जुड़ने की जरूरत है। उनका दर्द समझें, उनका नजरिया देखें और जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करें।”
किसान महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान लगातार पहुंच रहे हैं। GIC मैदान पर किसानों हुजूम लगा हुआ है। साथ ही जिले की सड़कों पर चारों तरफ किसान ही नजर आ रहे हैं। वहां पर अपने नेता का संबोधन सुननेे के लिए लोग इंतजार कर रहे हैं।
इस आंदोलन में वो किसान भी पहुंचे हैं जिनपर करनाल आंदोलन में पुलिस ने लाठियां बरसाई थी।
महापंचायत को संबोधित करने के लिए राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर पहुंच गए हैं। उन्हें देखते ही भीड़ स्वागत के लिए सड़कों पर उमड़ गई। लंबे समय बाद जिले में अपने नेता को देख जनता भावुक हो गई। बता दें कि राकेश 10 माह बाद मुजफ्फरनगर गए हैं।
टिकैत जीआईसी मैदान पहुंच गए हैं। जहां पर महापंचायत होने वाली है। गाड़ी से ही उन्होंने लोगों का अभिवादन किया। कुछ ही देर में राकेश टिकैत लोगों को संबोधित करेंगे।
किसान एकता मोर्चा ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश प्रशासन पर आरोप लगाया है कि, महापंचायत स्थल पर बार बार इंटरनेट बंद किया जा रहा है।
जब बात किसान की होती है तो ख्याल एक पुरुष का ही आता है लेकिन इस आंदोलन में महिलांए भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। मुजफ्फरनगर महापंचायत में भारी संख्या में महिलाएं भी पहुंच गई हैं।
किसान महापंचायत में लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई है। महापंचायत में शामिल होने आए किसान लोगों की सेवा कर रहे हैं।
महापंचायत के लिए किसान कितने उत्साहित हैं इस बात का अंदाजा इस तस्वीर से ही लगाया जा सकता है। महापंचायत 11 बजे होने वाली है लेकिन किसानों का जमावड़ा यहां पर रात से लगने लगा था। रात में ही हजारों की संख्या में किसान मुजफ्फरनगर के GIC मैदान पर पहुंच गए थे।
यही वो स्टेज है जहां से राकेश टिकैत और नरेश टिकैत किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। हजारों की संख्या में किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए पहुंच रहे हैं।
मंच पर पहली बार एक साथ दिखेंगे राकेश टिकैत और नरेश टिकैत
मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान पर सुबह से ही किसानों का जुटना शुरू हो गया है। हजारों की संख्या में किसान पहुंच चुके हैं। आज एक ऐतिहासिक बात ये भी होने वाली है कि दो भाई एक मंच पर आने वाले हैं। राकेश टिकैत (Rakesh tikait) और नरेश टिकैत (Naresh Tikait) मंच पर होंगे। वॉलंटियर मौजूद हैं। मेडिकल कैम्प लगाए गए हैं, ताकि किसी की तबीयत बिगड़े तो उसे मदद मिल सके। लंगर लगाए गए हैं। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी यहां तैनात हैं। पंचायत सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चलनी है।
महापंचायत में देशभर के 300 से ज्यादा सक्रिय संगठन शामिल होंगे। इनमें करीब 60 किसान संगठन होंगे और अन्य कर्मचारी, मजदूर, छात्र, शिक्षक, रिटायर्ड अधिकारी, सामाजिक, महिला आदि संगठन शामिल रहेंगे। किसानों के 40 संगठन अग्रणी भूमिका में रहेंगे, जबकि 20 संगठन पूरा सहयोग करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों के अनुसार पंजाब व हरियाणा के किसान संगठनों के नेताओं ने अपने साथ हजारों की संख्या में किसानों को लेकर आने का लक्ष्य तय किया है। कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को नई दिशा मिलेगी।
किसान महापंचायत से पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत ने एक बार फिर कहा है कि, जब तक कानून वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं।
दिलचस्प बात यह है कि, राकेश टिकैत पिछले 10 महीनों से अपने घर नहीं गए हैं। मतलब जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है वे बॉर्डर और पंचायतों में शरीख तो हो रहे हैं लेकिन अपने घर नहीं जा रहा हैं। टिकैत आज वहीं महापंचायत करने वाले हैं जहां उनका घर है यानी की मुजफ्फरनगर, यहां पर राकेश टिकैत पूरे 10 महीने बाद जा रहे हैं लेकिन अपने घर नहीं जाएंगे। टिकैत ने मीडिया को बताया कि, जो लोग आजादी की लड़ाई के लिए लड़े, उन्हें काला पानी की सजा हुई तो वो कभी घर गए ही नहीं गए। ये भी एक तरीके का काला कानून है और जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे तब तक घर नहीं जाएंगे।’
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