गीतकार Javed Akhtar द्वारा दायर आपराधिक मानहानि (Defamation) के मुकदमे में Mumbai की एक कोर्ट ने अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को व्यक्तिगत पेशी से छूट का अनुरोध स्वीकार कर लिया। अगर वह 20 सितंबर को अगली सुनवाई में पेश नहीं होती हैं, तो उनके खिलाफ वारंट जारी किया जाएगा।
याचिका पर सुनवाई शुरू होते ही कंगना के वकील ने अभिनेत्री के स्वस्थ नहीं होने का हवाला दिया। कंगना को व्यक्तिगत पेशी से छूट देने का अनुरोध किया। वकील ने अदालत के समक्ष एक चिकित्सा प्रमाण पत्र भी दाखिल किया। अपने फिल्म के प्रचार के लिए यात्रा करने के दौरान उनमें ‘‘कोविड-19 के लक्षण’’ दिखने लगे हैं।
अख्तर के वकील ने कहा कि यह मामले की सुनवाई टालने का महज एक बहाना है। उन्होंने कहा कि इस साल फरवरी में उन्हें समन जारी किए जाने के बाद से रनौत ने किसी न किसी कारण से अदालत के सामने पेश होने से इनकार किया है।
Kangana अदालत में पेश नहीं हुई, तो किया जाएगा वारंट जारी
मजिस्ट्रेट आरआर खान ने कहा कि अगर अगली सुनवाई पर भी अभिनेत्री अदालत में पेश नहीं हुई, तो उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया जाएगा।
बंबई उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को अभिनेत्री कंगना रनौत की वह याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें गीतकार जावेद अख्तर की शिकायत पर उनके खिलाफ शुरू की गई मानहानि की कार्यवाही को रद्द करने का आग्रह किया गया था।
गौरतलब है कि अख्तर (76) ने रनौत के खिलाफ एक टीवी साक्षात्कार में कथित रूप से मानहानिकारक टिप्पणी करने तथा बेबुनियाद आरोप लगाने को लेकर पिछले साल नवंबर में अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष शिकायत दर्ज करायी थी। मजिस्ट्रेट अदालत ने दिसंबर 2020 में, जुहू पुलिस को रनौत के खिलाफ अख्तर की शिकायत की जांच करने का निर्देश दिया था और फिर उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की। इस साल फरवरी में अभिनेत्री के खिलाफ समन जारी किया गया था।
अख्तर ने अपनी शिकायत में दावा किया कि पिछले साल जून में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत द्वारा कथित आत्महत्या के बाद, बॉलीवुड में मौजूद एक ‘कोटरी’ (अंतर-मंडली) का जिक्र करते हुए रनौत ने एक साक्षात्कार के दौरान उनका नाम घसीटा था।
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source : PTI