मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर प्रेस क्लब (Indore Press Club) में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सनसनीखेज दावा किया है।
विजयवर्गीय ने कहा कि बांग्लादेश (Bangladesh) का एक आतंकवादी आजाद नगर की कोहिनूर कॉलोनी में रहकर डेढ़ साल से मेरी रेकी कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद ये खुलासा हुआ इसलिए छह-छह बंदूकधारी मेरे आस-पास रहते हैं।
आज इंदौर प्रेस क्लब में ‘लोकतंत्र-संविधान-नागरिकता’ विषय पर एक परिचर्चा में भाग लेने का अवसर मिला। ये ऐसा विषय था जो आज भी मौजूं है और पूरे देश में इन्हीं मुद्दों की चर्चा है। मैंने भी अपना पक्ष रखते हुए आज के संदर्भ में इस विषय प्रासंगिकता बताई! pic.twitter.com/pNDpvp4hHZ
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) January 23, 2020
विजयवर्गीय के इस खुलासे से हड़कंप मच गया। पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं जब मंत्री था तब भी मैंने सिक्युरिटी नहीं रखी। उन्होंने कहा, ‘इंदौर में ये क्या हो रहा है, देश में बाहर के लोग आकर यहां आतंक फैलाएंगे, देश की आंतरिक सुरक्षा और बाहरी सुरक्षा दोनों को खतरा है।’
विजयवर्गीय ने कहा कि ‘मेरे बेटे कल्पेश की शादी है उसका कमरा बन रहा है। उसमें जो ठेकेदार मजदूरों से काम करा है वो खाने में रोटी नहीं खाते थे। रोज थाली-थाली भर पोहा खा रहे थे। इस पर मुझे संदेह हुआ तो मैंने ठेकेदार से बात की तो उन्होंने कहा कि ये सस्ते मजदूर दो टाइम खाने और 300 रुपए रोज में सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक काम करते हैं।
वहीं स्थानीय मजदूर 600 रुपए रोज मांगते हैं और सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक ही काम करते हैं। जब मैने मजूदरों से बात की तो वो हिंदी नहीं बोल पा रहे थे। वो ये तक नहीं बता पाए कि वे पश्चिम बंगाल के किस जिले या गांव के रहने वाले हैं।
यानी साफ है कि वोट बैंक की राजनीति की खातिर पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में घुसपैठिये बड़ी संख्या में रह रहे हैं और उन्हें कोई रोकने वाला नहीं है। हैरानी की बात है कि ये घुसपैठिये अब इंदौर में भी पहुंचने लगे हैं। मैंने तत्काल इनसे काम कराने से मना करा दिया।’