कोलकाता हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस सीएस कर्णन अब राजनीति में अपने हाथ आजमाने जा रहे हैं। कई लोगों को न्याय दिलाने के बाद अब उन्होंने एक राजनीतिक पार्टी बनाई है जो समाज की व्यवस्था को सुधारेगी। उनकी पार्टी की सबसे खास बात ये रहेगी कि उनकी सभी उम्मीदवार महिलाएं होंगी। ऐसे में उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है। बुधवार को वह कोलकाता में दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव और सामाजिक कार्यकर्ताओं को गैर कानूनी तरीके से हिरासत में लिए जाने पर आयोजित एक सम्मेलन में बोल रहे थे। इस पार्टी का नाम ‘एंटी-करप्शन डायनमिक पार्टी’ रखा गया है।
जस्टिस कर्णन ने पार्टी का ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी अगले साल वाराणसी से लेकर पूरे देश में चुनाव लड़ेगी। न्यायमूर्ति कर्णन ने कहा , ‘‘मेरी पार्टी आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में हिस्सा लेगी। हम सीटों की संख्या पर फैसला करेंगे लेकिन केवल महिला प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारेंगे।” उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी पार्टी के पंजीकरण के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त से संपर्क कर रहे हैं।’’ कर्णन ने कहा कि वे चाहते हैं कि देश से भ्रष्टाचार का खात्मा हो। जस्टिस कर्णन ने पार्टी लॉन्च करने के बाद कहा कि जल्द ही उनकी पार्टी के लिए रजिस्ट्रेशन भी खोले जाएंगे।
बता दें कि जस्टिस कर्णन 8 मई 2017 को उस समय विवादों में आए थे, जब उन्होंने खुद को अवमानना के मामले में तलब करने पर अपनी अदालत में सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस जेएस खेहर और अन्य सात जजों को एससी/एसटी एक्ट के तहत 5 साल के कठोर श्रम वाले कारावास की सजा सुना दी थी।