आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान को अब ईरान ने चेतावनी जारी की है। आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करते हुए ईरान ने पाकिस्तान से कहा है कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करे और सीमा पार से होने वाली आतंकी घटनाओं पर रोक लगाने के उपाय करे। यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब भारत और अफगानिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान से अपना विरोध पहले ही दर्ज करा चुके हैं। ईरान ने पाकिस्तान को ऐसा न करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी है।
ईरान ने यह चेतावनी पाकिस्तान-ईरान सीमा पर हुए उस आतंकी घटना के बाद जारी की है जिसमे ईरान के दस सीमा सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। ईरानी सेना के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बाकरी ने कहा है कि आतंकी समूह जैश-अल-अदल के आतंकियों ने लंबी दूरी तक मार करने वाली बंदूकों से पाकिस्तानी सीमा के भीतर से उसके सुरक्षाकर्मियों पर गोलियां चलाई थीं। हम इस स्थिति को स्वीकार नहीं कर सकते।इसे जारी नहीं रखा जा सकता हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तानी अधिकारी सीमाओं को नियंत्रित करें, आतंकियों को गिरफ्तार करें और उनके शिविरों को बंद करे। उन्होंने कहा कि दुश्मन अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए ईरान की सीमा और उसके हितों को निशाना बनाने के लिए आतंकियों का सहारा ले रहे हैं।
प्रेस टीवी ने बाकरी के हवाले से कहा कि अगर आतंकी हमले जारी रहे तो हम उनके पनाहगाहों पर हमले कर देंगे, चाहे वे जहां भी हों। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान सऊदी अरल से ले गए आतंकियों के लिए प्रशिक्षण स्थल और सुरक्षित ठिकाना बन गया है। सऊदी अरब की इस हरकत को अमेरिका का समर्थन हासिल है। ईरान से पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के निमंत्रण को ठुकरा दिया था और पहले तालिबानी आतंकी संगठनों पर रोक लगाने की मांग की थी। इसके अलावा भारत भी कई बार पाकिस्तान को आतंकवाद रोकने की चेतावनी दे चुका है। लेकिन पडोसी देशों के लिए परेशानी का सबब बने पाकिस्तान पर अभी तक इन बातों का कोई खास असर नहीं हुआ है। ईरान के चेतावनी के बाद पाकिस्तान का आतंकवाद के प्रति क्या रुख होगा यह तो आने वाले वक़्त में पता लगेगा।