केंद्र सरकार भले ही डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही हो लेकिन सरकार महंगाई पर लगाम कसने में नाकाम दिखाई दे रही है। फरवरी में थोक महंगाई में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है साथ ही इस महंगाई ने 39 महीनों का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जनवरी में थोक महंगाई दर 5.25 फीसदी थी जो फरवरी में बढ़कर 6.55 फीसदी हो गई है।
बढ़ती महंगाई के चलते महीने दर महीने के आधार पर फरवरी में खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर -56 फीसदी थी जो बढ़कर 2.69 हो गई है। माह दर माह के आधार पर फ्यूल और पावर की महंगाई 18.14 फीसदी से बढ़कर 21.02 फीसदी हो गई है। महीने दर महीने के हिसाब से प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 1.27 फीसदी से बढ़कर 5 फीसदी हो गई है, इसके अलावा महीने दर महीने के आधार पर फरवरी में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट की महंगाई दर 3.99 फीसदी से घटकर 3.66 फीसदी हो गई है। कहा जा सकता है कि कच्चे तेल की कीमतों पर बढ़त होने से महंगाई पर इतना बढ़ा ऊछाल आया है। आंकड़ों के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतें फरवरी में 21.02 फीसदी रही जबकि पेट्रोल की मंहगाई दर 16.72 फीसदी दर्ज हुई।