भारत में कोरोना से हालात बाकी देशों जैसे बिगड़े नहीं हैं.. देश में फिलहाल 25 टेस्ट होने पर एक शख्स पॉजिटिव मिल रहा है.. वहीं अमेरिका में 6.8 टेस्ट पर एक मरीज, ब्रिटेन में छह टेस्ट पर एक.. जापान में 13.6 टेस्ट पर और जर्मनी में 17 टेस्ट पर एक कोरोना संक्रमित मिल रहा है.. इसी तरह इटली में 11.6 टेस्ट पर एक मरीज मिल रहा है..
आंकड़े बताते हैं कि, कोरोना वायरस की रोकथाम में लॉकडाउन का अहम रोल रहा है.. भारत में कोरोना के केस 12.2 दिन में डबल हो रहे हैं.. जबकि, पिछले 14 दिनों में डबलिंग रेट करीब 11 दिन था.. इतना ही नहीं, प्रति 10 लाख की आबादी पर भारत में दो लोगों की मौत हुई है.. वहीं अमेरिका में 248, स्पेन में 576, ब्रिटेन में 482, इटली में 508 और फ्रांस में ये संख्या 408 है..
भारत का रिकवरी रेट भी बाकी देशों के मुकाबले अच्छा है.. और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है.. सबसे ज्यादा आबादी वाले उत्तर प्रदेश में तो ये रेट 50% के करीब पहुंच गया है.. वैश्विक आंकड़ों पर नजर डालें, तो.. कोरोना से प्रभावित देशों की लिस्ट में भारत 12वें नंबर पर है.. कुल मामले हों या मृत्यु दर.. दोनों में भारत की स्थिति अमेरिका, स्पेन, रूस, ब्राजील, ईरान और चीन से अब तक बेहतर है..