Himalaya Drug Company: गुरुवार को दवा कंपनी हिमालया (Himalaya- Pharmaceutical company) के हलाल प्रमाणित उत्पादों को लेकर किए गए सवालों पर अब कंपनी को लगातार सोशल मीडिया पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि हलाल सर्टिफिकेशन पाए जाने के बाद गुरुवार को ट्विटर पर हैशटैग बॉयकॉट हिमालय ट्रेंड करना शुरू हो गया था। वहीं इसी बीच अब लोगों ने बाबा रामदेव के पतंजलि प्रोडक्ट के हलाल प्रमाणित होने के दिए गए बयान को फिर से वायरल करना शुरू कर दिया है।

वायरल हो रही तस्वीर से पता चलता है कि जमीयत उलमा-ए-हिंद (भारत में अग्रणी इस्लामी संगठनों में से एक है) ने पतंजलि के उत्पादों को हलाल सर्टिफिकेट जारी किया है। खबर है कि अंबेडकर राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब मोहम्मद काजिम अली खान (Muhammad Kazim Ali Khan) ने महासचिव मौलाना महमूद असद मदनी (Mahmood Madani) से इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी करने को कहा है।
यह बयान सामने आने के बाद एक बार फिर लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। एक यूजर ने लिखा पतंजलि को भी बंद करो। एक अन्य यूजर ने लिखा पतंजलि और हिमालय उत्पादों का भी बहिष्कार करें।
Himalaya Drug Company: क्या है मामला
दरअसल, बीते दिन सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया कि दवा कंपनी हिमालया (Himalaya- Pharmaceutical company) अपने उत्पादों में हलाल-प्रमाणित मांस (Halal Meat) का प्रयोग करती है। तस्वीरों में यह भी दावा किया गया है कि कि कंपनी मुसलमानों के हलाल उत्पादों को उपयोग करने के दायित्व को पूरा करने के लिए हर्बल, केमिकल, फूड कलर उत्पादों को ध्यान में रखते हुए बना रही है।
ट्विटर पर जैसे ही लोगों द्वारा यह पोस्ट वायरल हुआ, लोगों ने कंपनी के खिलाफ यह कहते हुए विरोध करना शुरू कर दिया कि जब तक कंपनी इस मामले पर स्पष्टीकरण जारी नहीं करती तब तक वे हिमालय उत्पादों का बहिष्कार करेंगे। इसके बाद ट्विटर यूजर्स के एक वर्ग ने हिमालय के उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की मांग शुरू कर दी और इस तरह #boycotthimalaya का चलन शुरू हो गया।
हलाल सर्टिफाइड फूड क्या है?

इसमें शाकाहारी लोग खाने के पैकेट्स पर ग्रीन डॉट देखकर मानते हैं कि खाना शाकाहारी है, उसी तरह इस्लाम को मानने वाले लोग हलाल प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करना प्रेफर करते हैं। उनके लिए ‘हलाल’ Logo का मतलब है कि ये प्रोडक्ट बनाने में सारी गाइडलाइंस का ध्यान रखा गया है। बता दें कि इस ट्रेंड का मकसद हलाल सर्टिफाइड फूड और अन्य सामानों का बहिष्कार करना है। आम तौर पर ‘हलाल’ शब्द मांस के सन्दर्भ में इस्तेमाल होता है।
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