कोरोना के बढ़ते मामलों ने भारत को तोड़ दिया है। हर तरफ लॉकडाउन की चर्चा हो रही है। देश में अधिकतर राज्य अर्ध लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू से कोरोना को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं दिल्ली में 7 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि, महामारी तेजी से इसलिए फैल रही है क्योंकि, वैक्सीन का टीकाकरण बहुत धीमा चल रहा है। इसी बात को लेकर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिख 5 बड़े सुझाव दिए हैं। वहीं मनमोहन सिंह ने कोरोना वैक्सीन को वॉरियर्स माना है।

बता दें कि, कांग्रेस वैक्सीन को लेकर लगातार हमलावर है। वहीं उनके ही पार्टी के नेता वैक्सीन की तारीफ कर रहे हैं इसे लेकर पत्र के एक दिन बाद सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मनमोहन की चिट्ठी पर जवाब दिया है। हर्षवर्धन ने कहा कि मनमोहन सिंह ये मानते हैं कि वायरस से लड़ाई में सबसे अहम हथियार वैक्सीन है, लेकिन ये बात चौंकाती है कि उनकी पार्टी कांग्रेस के नेता ही इसके असर पर सवाल उठाते हैं।

डॉ. मनमोहन सिंह के खत को आप यहां जाकर पढ़ सकते हैं।

https://apnnews.in/coronas-growing-pace-former-prime-minister-of-india-wrote-five-suggestions-to-pm-mod/

आपने वैक्सीन पर खासा जोर दिया है।
डॉ. हर्षवर्धन ने लिखा, ‘कोरोना के खिलाफ जारी जंग में रचनात्मक सहयोग को लेकर आपने जो खत प्रधानमंत्री को लिखा, उसे मैंने पढ़ा। आपने कोरोना से लड़ाई में वैक्सीनेशन ड्राइव पर ध्यान दिया, जिसे हम स्वीकार करते हैं। इसीलिए हमने विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया और 10 करोड़, 11 करोड़ और 12 करोड़ वैक्सीन लगाने जैसे मुकाम हासिल किए।

आप के पार्टी के नेता आपकी सलाह नहीं मानते हैं।

उन्होंने लिखा, ‘आपने यह भी सलाह दी कि, वैक्सीनेशन के आंकड़े संख्या में नहीं, बल्कि जनसंख्या के लिहाज से फीसदी में दिए जाने चाहिए, ये भी गलत नहीं है। मेरे अनुसार आप भी मेरी तरह यह मानते होंगे कि यह प्रक्रिया हर जगह एक तरीके से मानी जानी चाहिए। आपकी कांग्रेस पार्टी के जूनियर मेंबर्स को भी इस सलाह का पालन करना चाहिए। स्वाभाविक है कि ऐसे में टोटल केस, पॉजिटिविटी रेट, एक्टिव केस, मौतों के मामलों में संख्या पर बहस नहीं होनी चाहिए, जबकि आपकी पार्टी के मेंबर्स ऐसा ही करते हैं। जब बात वैक्सीन की आती है तो वो जनसंख्या के प्रतिशत के हिसाब से इस पर बात करते हैं।’

कांग्रेस पार्टी ने वैज्ञानिकों के सम्मान में एक शब्द नहीं कहा

हर्षवर्धन ने कहा, ‘ये बहुत दुख पहुंचाने वाली बात है कि आप ये स्वीकार करते हैं कि वैक्सीन कोरोना से लड़ाई में बहुत अहम है, लेकिन आपकी पार्टी में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग ही आपकी राय से सहमत नहीं दिखाई देते हैं। क्या ये भारत के लिए गर्व का विषय नहीं है कि वो अकेला देश ने जिसने 2 वैक्सीन बना ली हैं? ये चौंकाने वाला है कि आपकी पार्टी के एक भी सदस्य ने इन हालात में वैक्सीन बनाने वाले वैज्ञानिकों और मैन्युफैक्चरर्स के सम्मान में एक भी शब्द नहीं कहा।’

कांग्रेस वैक्सीन को लेकर झूठी बातें फैला रही है।

‘वैज्ञानिकों का शुक्रिया करने की बात तो छोड़ दें, कई कांग्रेस नेताओं और राज्य की कांग्रेस सरकारों ने वैक्सीन के प्रभाव को लेकर झूठी बातें फैलाने में काफी दिलचस्पी दिखाई है। इस तरह से वैक्सीन को लेकर लोगों में हिचक पैदा की जा रही है और इससे लाखों जिंदगियों के साथ खेला जा रहा है। आपके एक मौजूदा मुख्यमंत्री ने तो भ्रम फैलाने के मामले में एक तरह से वर्ल्ड रिकॉर्ड ही बना डाला है और वो अकेले ऐसे मुखिया हैं, जो सीधे तौर पर देश में बनी वैक्सीन के खिलाफ लोगों को भड़का रहे हैं।’

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