Gyanvapi Mosque Row: दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल को ज्ञानवापी मस्जिद से मिले ‘शिवलिंग’ पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रोफेसर रतन लाल ने वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर पाए गए एक ‘शिवलिंग’ के दावों का जिक्र करते हुए आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट की थी।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, रतन लाल के खिलाफ 17 मई की रात फेसबुक पर जानबूझकर दुर्भावनापूर्ण पोस्ट से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले में शिकायत की गई थी। यह शिकायत दिल्ली के एक वकील ने दर्ज कराई थी। बता दें कि सिविल लाइंस पुलिस द्वारा शनिवार (आज) को उन्हें तीस हजारी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
Gyanvapi Mosque Row: वकील विनीत जिंदल ने की थी शिकायत
अपनी शिकायत में, वकील विनीत जिंदल ने कहा कि लाल ने हाल ही में “शिवलिंग” पर अपमानजनक टिप्पणी की। वकील ने अपनी शिकायत में कहा कि बयान ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले एक ‘शिवलिंग’ के मुद्दे पर पोस्ट किया गया था जो बहुत संवेदनशील है और मामला अदालत के समक्ष लंबित है।
दरअसल, दिल्ली के हिन्दू कॉलेज में इतिहास के एसोसिएट प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत रतन लाल ने फेसबुक पर एक लिंक साझा करते हुए लिखा कि यदि यह शिव लिंग है तो लगता है शायद शिव जी का भी खतना कर दिया गया था।
साथ ही पोस्ट में चिढ़ाने वाला इमोजी भी लगाया है 😜। टिप्पणी के बाद से उन्हें नेटिज़न्स से भारी नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।
Gyanvapi Mosque Row: प्रोफेसर ने किया बयान का बचाव
बता दें कि इससे पहले अपनी पोस्ट का बचाव करते हुए लाल ने कहा था कि भारत में अगर आप कुछ भी बोलेंगे तो किसी न किसी की भावना आहत होगी। तो यह कोई नई बात नहीं है। मैं एक इतिहासकार हूं और मैंने कई अवलोकन किए हैं। मैंने अपनी पोस्ट में बहुत सुरक्षित भाषा का इस्तेमाल किया है। मैं अपना बचाव करूंगा। वहीं पुलिस ने बताया कि लाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 153a के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
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