उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद से योगी आदित्यनाथ लगातार फैसले में लगे हैं। शपथ ग्रहण के बाद से लेकर अब तक कई बड़े और अहम् फैसले हो चुके हैं। इसी क्रम में आज से 20 अप्रैल तक योगी सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान अधिकारी योगी के सामने प्रेजेंटेशन भी देंगे। इसमें योगी अधिकारियों से विभाग के कार्यपद्धति और आगे के रोडमैप पर भी बात करेंगे। अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आगे के मिशन के लिए ब्लूप्रिंट लेकर आने को कहा गया है। अधिकारियों के साथ योगी की इस बैठक के अलावा योगी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक कल हो सकती है।
मुख्यमंत्री योगी की इस क्लास में सबसे पहले शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँगे। इस दौरान योगी उत्तरप्रदेश में पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था को पुनः दुरुस्त करने के लिए उठाये जाने वालों क़दमों के बारे में अधिकारियों से जवाब तलब करेंगे। गौरतलब है कि योगी के सीएम बनने के बाद हुई उत्तरप्रदेश बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में बड़े पैमाने पर नक़ल और धांधली देखने को मिली थी। जिसके बाद सख्त कारवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये गए थे।
सीएम की बैठक में इन विभागों के सभी वरिष्ठ अधिकारी और विभागध्यक्ष मौजूद रहेंगे। साथ ही इन विभागों के मंत्री भी मुख्यमंत्री के साथ बैठक में मौजूद रहेंगे। ये प्रेजेंटेशन बीजेपी के संकल्प पत्र के वादों के अनुसार तैयार किए गए हैं।
इस कड़ी में 3 अप्रैल को शिक्षा विभाग, 6 अप्रैल को औद्योगिक विभाग, 7 अप्रैल को कृषि विभाग, 8 अप्रैल को लोक निर्माण विभाग, 10 अप्रैल को समाज कल्याण विभाग, 12 अप्रैल को सचिवालय प्रशासन, 13 अप्रैल को पंचायतीराज विभाग, 15 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग, 18 अप्रैल को आबकारी और खनन विभाग और 19 अप्रैल को गृह और सतर्कता विभाग का प्रेजेंटेशन होगा। योगी के क्लास में पहली बार उपस्थित हो रहे अधिकारियों के सामने योगी को विज़न और मिशन बताने की चुनौती के साथ कार्यपद्धति में बदलाव लाने की भी चुनौती होगी।