आयकर विभाग को नजरअंदाज करना कितना भारी पड़ सकता है, यह अब लालू यादव के परिवार को समझ में आ रहा होगा। बेनामी संपत्ति के आरोप में फंसी लालू यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती अपने पति शैलेष और वकील के साथ आज (बुधवार) आयकर विभाग के दफ्तर पहुंची। वहां उनसे बेनामी संपत्ति के मामले में पूछताछ होने की खबर सामने आई है। ख़बरों के मुताबिक यहाँ आयकर विभाग के अधिकारियों ने उनसे 6 घंटे से ज्यादा देर तक पूछताछ की और कई अन्य सवालों के जवाब जानने चाहे।
इससे पहले आयकर विभाग ने इनको दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था किंतु इन्होंने दोनो बार आयकर विभाग की नहीं सुनी और नजरअंदाज करते हुए ऑफिस नहीं पहुंची और न ही कोई सूचना दी कि वह किस तय समय पर पहुंच सकती हैं।
पहली बार आयकर विभाग के समन भेजने पर जब मीसा भारती नहीं पहुंची तो विभाग ने उनपर 10-10 हजार का जुर्माना लगा दिया किंतु जब वह दो बार बुलाने पर भी नहीं आई तो मजबूरन विभाग को एक्शन में आना पड़ा और उन्होंने कड़ी कार्रवाई करते हुए मीसा भारती समेत पूरे लालू परिवार को ही घेरे में ले लिया और करीब पौने दो सौ करोड़ की संपत्ति अटैच कर सीज कर दी।
वहीं मीसा के वकील का कहना है कि मीडिया और सुरक्षा कारणों से मीसा भारती आयकर विभाग के दफ्तर नहीं पहुंच पा रही थी। याद दिला दें कि पिछले माह 23 मई को आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति के मामले में लालू यादव और उनके रिश्तेदारों से जुड़े 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। वहीं लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी भी जांच के दायरे में आ चुकी हैं। विभाग ने 12 प्लाटों को सीज किया है जो लालू यादव के पारिवारिक सदस्यों के नाम पर हैं। भले ही लालू और उनका परिवार आयकर विभाग के इस छापेमारी को कोई और रंग देने की कोशिश करे लेकिन हकीकत तो अब आयकर विभाग के पूछताछ के बाद ही पता चलेगा।