पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सिंह सैनी जब तीसरे हत्याकांड के मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई में शामिल हुए तो ऐसी घटना की हुई की सीबीआई के विशेष अदालत ने उन्हें जमकर फटकारा। मामला साल 1994 में हुए तिहरे हत्याकांड की सुनावई का था। इस मामले में आरोपी पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सिंह सैनी को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने उस समय जमकर फटकार लगाई, जब वो सुनवाई के दौरान बिस्तर पर लेटे हुए थे।
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कोर्ट ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए पूर्व DGP के व्यवहार और आचरण को कोर्ट की मर्यादा के खिलाफ बताते हुए भविष्य में इस तरह के आचरण के प्रति सावधान रहने की कड़ी चेतावनी दी। खबरों के मुताबिक जब सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज संजीव अग्रवाल वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मामले की सुनवाई कर रहे थे तो जज को दिखाई दिया कि पूर्व DGP कोर्ट की सुनवाई के दौरान बिस्तर पर लेटे हुए हैं।
जज संजीव अग्रवाल ने पूर्व DGP से कहा, यह कौन सा तरीका है पेश होने का
इसे देखने के बाद जज संजीव अग्रवाल का पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। जज संजीव अग्रवाल ने सुनावाई के बीच पूर्व DGP से पूछा कि यह कौन सा तरीक है कोर्ट की सुनवाई में पेश होना का। तब उन्होंने जज संजीव अग्रवाल को बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और वह बुखार से पीड़ित हैं। जिसके बाद जज ने उनसे पूछा कि आपने इसका कोई मेडिकल प्रमाणपत्र कोर्ट में दिया है। जिसके जवाब में पूर्व DGP ने कहा, ‘नहीं’।
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जिसके बाद जज संजीव अग्रवाल ने उनके सारे मौखिक तर्कों को खारिज करते हुए कड़े लहजे में चेतावनी दी कि वह भविष्य में आगे से इस तरह का व्यवहार कोर्ट के सामने नहीं करेंगे। जज ने कहा कि आरोपी होकर भी आप अदालत की मर्यादा का ख्याल नहीं रख रहे हैं। आगे से इस तरह के मामले में सचेत रहें।
पूर्व DGP सुमेध सिंह सैनी पर हत्या का आरोप है
मालूम हो कि पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सिंह सैनी सहित 3 अन्य पुलिसकर्मियों पर सेवाकाल के दौरान अपहरण और हत्या का आरोप लगा है। हत्या की यह वारदात 15 मार्च 1994 को लुधियाना के एक व्यवसायी विनोद कुमार, उनके बहनोई अशोक कुमार और उनके ड्राइवर मुख्तियार सिंह के साथ हुई।
इस हत्याकांड में आरोप है कि लुधियाना के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुमेध सिंह सैनी ने कथित इशारे पर इन लोगों का अपहरण किया गया और उन्हें अवैध रूप से हिरासत में लेकर मार दिया गया।
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इस मामले में मारे गये व्यवसायी के परिवारवालों ने तत्कालीन एसएसपी सुमेध सिंह सैनी पर हत्या का आरोप लगाया।
मामले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए सुमेध सिंह सैनी सहित अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिया था। जिसके बाद 2004 में सुप्रीम कोर्ट ने इसे केस को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया था।
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