सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज के.टी थॉमस कोट्टयम में संघ के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे, यहां उन्होंनें आरएसएस की शान में जमकर कसीदे पढ़े। थॉमस ने आरएसएस की तारीफ करते हुए कहा कि संघ जैसी संस्था के कारण ही देश सुरक्षित है।

इस दौरान 80 साल के सेवानिवृत जज के टी. थॉमस ने अपने संबोधन में कहा, कि ‘भारतीय संविधान, लोकतंत्र और सेना के बाद आरएसएस ही वह महान संस्था है जिसके कारण देशवासी सुरक्षित हैं।’ इतना ही नहीं थॉमस ने यह भी कहा कि संघ के प्रयासों से ही आपातकाल की गंभीर परिस्थिति से देश बाहर निकल सका।

थॉमस ने आगे बढ़ते हुए कहा, कि ‘संघ की शाखाओं में स्वयंसेवकों को अनुशासन की शिक्षा मिलती है। देश और समाज पर होने वाले आक्रमण के समय संघ के कार्यकर्ता देश की रक्षा कर सकें, इस उद्देश्य से उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण भी दिया जाता है। आपातकाल के वक्त संघ की कुशल रणनीति और संगठित प्रशिक्षण का ही प्रभाव था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को आपातकाल देश से हटाना पड़ा।’

उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के खिलाफ संघ का मजबूत और सुसंगठित काम तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक भी पहुंचा। वह समझ गईं कि इमरजेंसी को लंबे समय तक नहीं चलाया जा सकता। उन्होंने कहा कि संविधान में पंथनिरपेक्षता को परिभाषित नहीं किया गया है।

आपको बता दें कि जस्टिस थॉमस 1996 में सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए थे। 2007 में उन्हें न्यायिक क्षेत्र और सामाजिक सुधारों के लिए उल्लेखनीय योगदान के कारण 2007 में पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। थॉमस ही वह पूर्व जज हैं जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर राजीव गांधी  के हत्यारों को माफ करने की अपील की थी।

वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर जस्टिस थॉमस के विचार शेयर किए।