अयोध्या में मंदिर निर्माण का रास्ता सुप्रीम कोर्ट से साफ होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही शिलापूजन कर मंदिर निर्माण की आधार शिला रखी थी।  तब से अब तक नींव भराई से लेकर काफी काम हुआ है। अयोध्या के विकास को लेकर एक विजन डाक्यूमेंट्स तैयार किया गया है। इस विजन डॉक्युमेंट्स पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ और राज्य औऱ मंदिर निर्माण से जुड़े आला अधिकारियों की एक वर्चुअल मीटिंग तय की गई थी। यह मीटिंग आज 11 बजे शुरु हुई थी जो अब खत्म हो गई है। इसमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा समेत 13 लोग शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से, जबकि अन्य मंत्री और अधिकारी सीएम योगी के आवास से मीटिंग में जुड़े। इस मीटिंग से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दूर रखा गया है।

यह बैठक तकरीबन 45 मिनट चली। इसमें पीएम मोदी को अयोध्या की अपार संभावनाओं को देखते हुए भविष्य के विजन के बारे में ब्रीफ किया गया। इसके साथ ही अधिकारियों ने भी पीएम से सुझाव देने का अनुरोध किया।  जिसके बाद पीएम मोदी ने अधिकारियों को विजन डॉक्यूमेंट्स को लेकर कुछ फीडबैक दिए।

रिव्यू मीटिंग में प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या का विकास मॉडल ऐसा होना चाहिए, जिससे युवाओं में आध्यात्मिकता का सृजन हो, वे संस्कार के साथ अध्यात्म की शिक्षा प्राप्त कर सकें। पीएम ने अयोध्या विकास मॉडल को समय से पूरा करने के लिए कहा। उन्होंने मॉडल को तैयार करने के लिए 6 महीने की कड़ी मेहनत कर रहे अधिकारियों को बधाई दी और उनकी हौसला भी बढ़ाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम की भावनाओं के अनुकूल अयोध्या के विश्व स्तरीय विकास को समय से पूरा करने का आश्वासन दिया। अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट के इसी वर्ष के अंत तक संचालन, दर्शन-मार्ग के कार्य को भी जल्द पूरा करने की बात भी हुई।

बैठक में बजट के अनुसार योजनाओं को जमीन पर लाने और भविष्य के लिए उन्हें तैयार रखने की रणनीति पर चर्चा होगी। इसके लिए केवल प्रदेश सरकार ने ही अकेले 14 हजार करोड़ की योजनाओं को तैयार किया है। केंद्र सरकार की कई योजनाएं भी इस विजन डॉक्यूमेंट्स में शामिल हैं। कई योजनाएं दोनों सरकारों के संयुक्त भागीदारी से जुड़ी हैं।

उतर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अयोध्या को चमकाने की कवायद चल रही है। इसके लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण की तरफ से मास्टर प्लान तैयार किया गया और केंद्र और राज्य सरकार मिलाकर करीब 20 हजार करोड़ की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इन्हीं परियोजनाओं की समीक्षा के लिए PM मोदी वर्चुअल मीटिंग बैठक कर रहे हैं। इस मीटिंग में प्रमुख सचिव आवास विकास अयोध्या के विकास कार्य के संबंध में प्रेजेंटेशन देंगे।

मीटिग में पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन शामिल हैं। इसके अलावा अधिकारियों में मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर सचिव गृह एवं पर्यटन अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, अयोध्या मंडल के आयुक्त एमपी अग्रवाल, हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर अजय चौहान, अयोध्या के जिला अधिकारी अनुज कुमार झा और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह भी शामिल हैं।

Ram Mandir 1

अगले 30 साल में अयोध्या में रोजाना करीब तीन लाख श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को उपलब्ध कराने पर विचार होगा। सर्वे रिपोर्ट में आया है कि 2024 तक राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद एक लाख श्रद्धालु-पर्यटक प्रतिदिन अयोध्या आएंगे। श्रद्धालुओं के आवागमन उन्हें ठहरने और कुछ दिन अयोध्या में रोकने के लिए अयोध्या धाम को विस्तृत आकार दिया जाएगा। इसमें 84 कोस की सीमा में पड़ने वाले अयोध्या के तीर्थों, कुंड आदि का विकास कर करोड़ों राम भक्तों की आकांक्षाओं के अनुरूप अयोध्या का निर्माण किया जाना है।


मोदी की बैठक के लिए तैयार विजन डॉक्यूमेंट में तीन तरह की योजनाओं लघु, मध्यम और दीर्घकालिक को शामिल किया गया है। पहली प्रमुख परियोजनाएं मध्यम और दीर्घकालिक हैं। इसमें चुने गए मंदिरों और परिसरों का जीर्णोद्धार, चयनित विरासत परिसरों का संरक्षण और ASI की स्मारकों की देखरेख की जानी है। इसके अलावा राज्य पुरातत्व परिसर की बहाली, कोर एरिया रोड नेटवर्क की रेट्रोफिटिंग, सभी आध्यात्मिक क्षेत्रों का डॉक्यूमेंटेशन, विश्वकोश का निर्माण, वैदिक अध्ययन, उपनिषदों की पेशकश करने वाले वैदिक विश्वविद्यालयों की स्थापना, धार्मिक अध्ययन कौशल विकास केंद्रों की स्थापना और पश्चिमी मनोरंजक जिले में मेला मैदानों के विकास को शामिल किया गया है।

विजन डाक्यूमेंट में जिन बातों को तरजीह दी गई है, वे यूं हैं…

  • पूरी अयोध्या को आधुनिक पर्यटन सिटी के रूप में विकसित करने की बात
  • क्रूज पर्यटन परियोजना,रामायण आध्यात्मिक वन व सरयू नदी आइकॉनिक ब्रिज
  • इसमें क्रूज पर्यटन परियोजना, रामकी पैड़ी पुनर्जनन परियोजना, रामायण आध्यात्मिक वन
  • सरयू नदी आइकॉनिक ब्रिज, प्रतिष्ठित संरचना का विकास ,पर्यटन सर्किट का विकास, ब्रांडिंग अयोध्या शामिल है
  • 84 कोसी परिक्रमा के भीतर 208 विरासत परिसरों का जीर्णोद्धार, सरयू उत्तर किनारे का विकास
  • अयोध्या के ब्रांडिंग अभियान और डिजिटल मार्केटिंग, स्मार्ट रोड पर सार्वजनिक क्षेत्र का विकास
  • जल निकायों के आसपास मनोरंजक स्थान का विकास शामिल है
  • व्यापार रोजगार के संसाधन को उपलब्ध कराने का विजन उपलब्ध। विजन डॉक्यूमेंट के तहत 4 लाख रोजगार व 8 लाख अप्रत्यक्ष नौकरियां देने की तैयारी है।
  • इस विजन डॉक्यूमेंट को पांच हजार नागरिकों और 500 पर्यटकों के सुझाव से तैयार किया गया है।

इसके साथ ही कई प्रमुख परियोजनाएं लघु और तात्कालिक अवधि की हैं। इसमें सिविल लाइन पुनर्विकास परियोजना, मुख्य क्षेत्र का विकास, पार्कों और हरित नेटवर्क का विकास, रामायण युग के वृक्षारोपण, टीओडी नोड्स और कॉरिडोर का विकास, सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं का विकास, सिंगल बेड रूम रेंटल हाउसिंग-सर्विस का विकास, अपार्टमेंट शामिल है। मध्यम और दीर्घकालिक प्रमुख परियोजनाओं में 103 जलाशयों का जीर्णोद्धार (कुंड) स्वच्छ औद्योगिक जिले का विकास और बुनियादी सुविधाओं के विकास को शामिल किया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here