पांच राज्यों के हाल में हुए विधान सभा चुनावों में नेताओं ने गौ रक्षा के मुद्दे को खुब उठाया और इस मुद्दे से नेताओं को बेहद फायदा भी हुआ। धार्मिक महत्व को देखते हुए गौ रक्षा करना हमारा कर्तव्य है लेकिन क्या इसके नाम पर कानून अपने हाथ में लेना और गुंडागर्दी करना सही है?
राजस्थान के अलवर में गायों से जुड़ा ऐसा ही मामला सामने आया है। अलवर में गाय लेकर जा रहे कुछ लोगों को गो-रक्षा समूह से जुड़ा सदस्य बताने वालों ने जमकर पीटा। इस समूह ने गाय ले जा रहे लोगों में एक 50 साल के पहलू खान की इतनी पिटाई कर दी कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। यह पूरी घटना शनिवार की है जब हरियाणा के रहने वाले 15 लोग छह गाड़ियों में कुछ गायों को लेकर जा रहे थे। गाय को ले जाते हुए बहरोड के पास उन पर हमला कर दिया गया। हालांकि गाय ले जा रहे लोगों ने गाय खरीदने संबधित तमाम दस्तावेज दिखाए थे लेकिन भीड़ ने उनकी एक न सुनी और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि मारपीट करने वाले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से सम्बंधित कार्यकर्ता हैं। इस समूह ने गाड़ियों में गाय ले जा रहे लोगों पर आरोप लगाया कि यह लोग अवैध रूप से गाय ले जा रहे हैं।
वाहन जयपुर से आ रहा था और हरियाणा के नूह जिले की तरफ जा रहा था। मारपीट कर रहे हमलावरों ने ड्राइवर को जाने दिया लेकिन बाकी लोगों की जमकर पिटाई की। पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसमें से एक शख्स पहलू खान की मौत हो गई। मौत के बाद बॉडी का पोस्ट मार्टम करके परिजनों को सौंप दिया गया। इस मामले में राजस्थान के गृहमंत्री जीसी कटारिया ने कहा कि सभी को मालूम है कि राजस्थान में गौ तस्करी एक अपराध है और इस अपराध के लिए कानून बनाए गए है, ऐसे में लोगों को कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए