Farm Law: प्रधानमंत्री द्वारा तीन कृषि कानून को वापस लिए जाने के बाद से देश की राजनीति गर्म है। एक तरफ जहां विपक्षी दल सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि देर से कदम उठाया गया वहीं बीजेपी (BJP) इसे प्रधानमंत्री मास्टर स्ट्रोक (Master Stroke) बता रही है। बसपा (BSP) पमुख मायावती (Mayawati) ने एक के बाद एक ट्वीट कर बीजेपी नेताओं की बयानबाजी पर रोक लगाने की मांग की है।
मायावती ने ट्वीट किया कि पीएम श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लगभग एक वर्ष से आन्दोलित किसानों की तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की माँग स्वीकारने के साथ-साथ उनकी कुछ अन्य जायज माँगों का भी सामयिक समाधान जरूरी ताकि वे संतुष्ट होकर अपने-अपने घरों में वापस लौट कर अपने कार्यों में पूरी तरह फिर से जुट सकें।
साथ ही, कृषि कानूनों की वापसी की केन्द्र सरकार की खास घोषणा के प्रति किसानों में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है कि भाजपा के नेताओं की बयानबाजी पर लगाम लगे जो पीएम की घोषणा के बावजूद अपने भड़काऊ बयानों आदि से लोगों में संदेह पैदा करके माहौल को खराब कर रहे हैं।
किसान 1 साल से कर रहे थे आंदोलन
बता दें कि केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान संगठन 1 साल से भी ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे थो। किसानों के आंदोलन के दौरान पुलिस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच कई बार झड़प और धक्कामुक्की भी हुई है। यहां तक कि बीजेपी के कई बड़े नेताओं को भी किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा है।
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