Economic Survey 2022: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ संसद के बजट सत्र की शुरुआत आज से हो गई है। बजट से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक समीक्षा 2021-2022 पेश किया। इसके बाद लोकसभा कल 1 फरवरी 2022 तक के लिए स्थगित कर दी गई। अब आज दोपहर 3 बजकर 45 मिनट पर मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे जिसमें आर्थिक सर्वे के मुख्य बिंदुओं का विवरण साझा किया जाएगा।
Economic Survey 2022: आर्थिक स्थिति का बैरोमीटर

बता दें कि आर्थिक समीक्षा को देश की आर्थिक स्थिति का बैरोमीटर कहा जाता है। इससे पता चलता है कि देश की अर्थव्यवस्था का इंजन कितनी तेजी से और किस दिशा में जा रहा है। साथ ही पता चलता है कि पिछले बजट में किए गए ऐलान किस हद तक जमीन पर उतारे सा सकेंगे।
वैसे आर्थिक समीक्षा तैयार करने का काम चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर का होता है लेकिन इस बार इसे प्रिंसिपल इकोनॉमिक एडवाइजर संजीव सान्याल और अन्य अधिकारियों ने मिलकर तैयार किया है।
Economic Survey 2022: 8-8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान

बात दें कि आर्थिक समीक्षा में वित्त वर्ष 2022-23 (अप्रैल 2022 से मार्च 2023) के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के 8-8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया है। दूसरी ओर राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुमान के मुताबिक आर्थिक वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत रह सकती है। समीक्षा 2021-22 में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की स्थिति के साथ ही वृद्धि में तेजी लाने के लिए किए जाने वाले सुधारों का ब्योरा दिया गया है। वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी। आर्थिक समीक्षा भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को मजबूत बनाने के लिए आपूर्ति-पक्ष के मुद्दों पर केंद्रित है।
जाहिर है सोमवार को राष्ट्रपति Ram Nath Kovind ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। अपने अभिभाषण में उन्होंने कोरोना वायरस, सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्य, डिजिटल इंडिया, गांधी खादी, महिला सशक्तिकरण, देश की अर्थव्यवस्था,अफगानिस्तान में उत्पन्न हुए संकट आदि पर बात की।
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