दिल्ली के पश्चिम विहार से एक नाबालिग नौकरानी की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। झारखंड से तीन साल पहले नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाई गई 16 वर्षीय पीड़िता का शव दो हफ्ते पहले एक नाले में पड़ा मिला था। शव के चापड़ से 3 टुकड़े करके बैग में भरकर नाले में फेंक दिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में नांगलोई के मंजीत कालरा को गिरफ्तार किया है। जबकि हत्या में शामिल अन्य दो साथियों की तलाश की जा रही है। जांच में पता चला है कि नौकरानी के तौर पर काम करने वाली 16 वर्षीय नाबालिग की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि वह वेतन की मांग कर रही थी।
मृतक नाबालिग लड़की का शव 4 मई को मियावली इलाके के एक नाले से एक बैग में प्राप्त हुआ था। जिसके बाद पुलिस छानबीन में जुट गई थी। पुलिस ने इस मामले में हत्यारोपी मंजीत कालरा को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान मंजीत ने बताया कि उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर लड़की की हत्या को अंजाम दिया था, जिसमें एक महिला भी शामिल है। हत्यारोपी ने स्वीकार कर लिया है कि तीनों अच्छी नौकरी का झांसा देकर झारखंड से गरीब लड़कियों को दिल्ली लाते थे। और फिर उन्हें किसी अच्छे घर पर काम पर लगा देते थे। जिसके बाद लड़की को मिलने वाले वेतन को वह तीनों मिलकर हड़प लेते थे। मंजीत ने बताया, कि मृत लड़की को करीब तीन साल पहले वे झारखंड से बहकाकर दिल्ली लाये थे और यहां उसे घरेलू नौकरानी का काम दिलवाया था।
जांच में पता चला है, कि लड़की को आरोपी अलग-अलग जगहों पर काम पर भेजते थे। जिसके लिए 6500 रुपये सैलरी भी तय की गई थी, लेकिन एक भी पैसा नहीं दिया। जब लड़की ने अपने 3 साल का वेतन मांगा तब राकेश नामक आरोपी ने उसे शाहू और मंजीत के हवाले कर दिया। वे उसे नांगलोई के भूतवाली गली स्थित फोर्थ फ्लोर पर ले गए और फिर तवे से सिर पर ताबड़तोड़ वार कर मार डाला। फिर शरीर के टुकड़े करके नाले में फेंक दिया।
पुलिस ने बताया, कि इस मामले में उन्होंने तकरीबन 2500 घर खंगाले तब जाकर आरोपियों का घर उनके हाथ लगा। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए अपनी एक टीम झारखंड भी भेजी जहां से मंजीत को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मंजीत कालरा को नांगलोई से गिरफ्तार किया।
इस बारे में एडिशनल डीसीपी राजेंद्र सिंह सागर ने बताया, कि 15 वर्षीय लड़की रांची के पास गांव माल्गो की रहने वाली थी। घर में मां और दो बड़े भाई भी हैं लेकिन आर्थिक तंगी के चलते करीब तीन साल पहले जानकार राकेश उसे नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लेकर आया था। यहां राकेश ने लड़की की मुलाकात रांची के रहने वाले मंजीत से कराई। वह घरों में मेड सप्लाई का काम करता है। मंजीत के साथ ही रांची का शाहू और गौरी नाम की महिला शामिल है।